HI/Prabhupada 0311 - हम यह कह रहे हैं ध्यान असफल हो जायेगा, इस बात को आप मान लो



Lecture -- Seattle, October 2, 1968

बालक: भगवान बुद्ध यहां थे ,क्या उन्होंने बैठ के ध्यान किया था ?

प्रभुपाद: हाँ l

बालक: मुझे लगता था कि इस युग में ध्यान नहीं किया जा सकता, लेकिन भगवान बुद्ध जो ईश्वर के पुत्र हैं उन्होंने ऐसा किया ?

प्रभुपाद: हाँ l

बालक: लेकिन तब तो कलि युग चल रहा था ?

प्रभुपाद: हाँ l

बालक: वह था? प्र

भुपाद: हाँ l

बालक: तो आप कैसे ध्यान कर सकते हैं?

प्रभुपाद: बहुत अच्छा l (हँसी) इसलिए हम बुद्ध से बेहतर हैं l हम कहते हैं ध्यान संभव नहीं हैं l क्या आप को समझ में आ रहा हैं ? भगवान बुद्ध ने कहा था ध्यान करो लेकिन उनके अनुयायी ध्यान नहीं कर पाए l वे विफल रहे l हम यह कह रहे हैं "ध्यान असफल हो जायेगा "इस बात को आप मान लो l क्या यह स्पष्ट है? हां l किसी ने आपको कुछ कहा और यदि आप असफल रहे, तो मैं यह कहूँगा "आप वह कार्य त्याग दे और हमारी बात मान ले | यह अच्छा होगा l" आप एक बच्चे हैं, आप ध्यान नहीं कर सकते हैं, लेकिन आप नृत्य और हरे कृष्ण महामंत्र का कीर्तन कर सकते हैं l भगवान बुद्ध जानते थे कि उनके अनुयायी ध्यान नहीं कर सकते थे l आप एक बहुत बुद्धिमान लड़के हैं l लेकिन उनकी निरर्थकता बंद करने के लिए आदेश दिया "बैठ जाओ l ध्यान करो l" बस (हँसी) बस एक शरारती लड़के की तरह, वह शरारत करता रहता है l उनके माता - पिता कहते हैं "मेरे प्रिय जॉन, तुम यहां बैठ जाओ l" वह जानता हैं कि वह नहीं बैठ सकता फिर भी कुछ समय के लिए वह नीचे बैठ जाता हैं l उसके पिता भी जानते हैं की वह बैठ नहीं सकता l लेकिन कुछ समय के लिए उसके शरारती गतिविधियों को रोकने का प्रयत्न करते हैं l ठीक है l हरे कृष्ण का जप करो l