HI/690104 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद लॉस एंजेलेस में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं: Difference between revisions
(Created page with "Category:HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी Category:HI/अमृत वाणी - १९६९ Category:HI/अम...") |
(Vanibot #0025: NectarDropsConnector - add new navigation bars (prev/next)) |
||
Line 2: | Line 2: | ||
[[Category:HI/अमृत वाणी - १९६९]] | [[Category:HI/अमृत वाणी - १९६९]] | ||
[[Category:HI/अमृत वाणी - लॉस एंजेलेस]] | [[Category:HI/अमृत वाणी - लॉस एंजेलेस]] | ||
<!-- BEGIN NAVIGATION BAR -- DO NOT EDIT OR REMOVE --> | |||
{{Nectar Drops navigation - All Languages|Hindi|HI/690103 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद लॉस एंजेलेस में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं|690103|HI/690106 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद लॉस एंजेलेस में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं|690106}} | |||
<!-- END NAVIGATION BAR --> | |||
{{Audiobox_NDrops|HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी|<mp3player>https://s3.amazonaws.com/vanipedia/Nectar+Drops/690104PU-LOS_ANGELES_ND_01.mp3</mp3player>|"वास्तव में, जब भगवान चैतन्य महाप्रभु झारिग्राम के जंगल से गुजरे थे, तब बाघ, हाथी, सांप, हिरण, सभी ने उनके साथ हरे कृष्ण का जाप किया था। यह बहुत अच्छा है। कोई भी इसमें शामिल हो सकता है। मनुष्य तो क्या, जानवर भी शामिल हो सकते हैं। बेशक, सामान्य व्यक्ति के लिए जानवरों को जप करने के लिए उत्साहित करना संभव नहीं है, लेकिन चैतन्य महाप्रभु ने वास्तव में ऐसा किया है। इसलिए भले ही हम जानवरों को उत्साहित न कर सकें, कम से कम हम मनुष्यों को हरे कृष्ण मंत्र जप करनेके के इस पथ पर जाने के लिए उत्साहित कर सकते हैं।"|Vanisource:690104 - Lecture Purport to Parama Koruna - Los Angeles|690104 - प्रवचन - परम करुणा भजन की व्याख्या - लॉस एंजेलेस}} | {{Audiobox_NDrops|HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी|<mp3player>https://s3.amazonaws.com/vanipedia/Nectar+Drops/690104PU-LOS_ANGELES_ND_01.mp3</mp3player>|"वास्तव में, जब भगवान चैतन्य महाप्रभु झारिग्राम के जंगल से गुजरे थे, तब बाघ, हाथी, सांप, हिरण, सभी ने उनके साथ हरे कृष्ण का जाप किया था। यह बहुत अच्छा है। कोई भी इसमें शामिल हो सकता है। मनुष्य तो क्या, जानवर भी शामिल हो सकते हैं। बेशक, सामान्य व्यक्ति के लिए जानवरों को जप करने के लिए उत्साहित करना संभव नहीं है, लेकिन चैतन्य महाप्रभु ने वास्तव में ऐसा किया है। इसलिए भले ही हम जानवरों को उत्साहित न कर सकें, कम से कम हम मनुष्यों को हरे कृष्ण मंत्र जप करनेके के इस पथ पर जाने के लिए उत्साहित कर सकते हैं।"|Vanisource:690104 - Lecture Purport to Parama Koruna - Los Angeles|690104 - प्रवचन - परम करुणा भजन की व्याख्या - लॉस एंजेलेस}} |
Revision as of 23:39, 12 April 2020
HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी |
"वास्तव में, जब भगवान चैतन्य महाप्रभु झारिग्राम के जंगल से गुजरे थे, तब बाघ, हाथी, सांप, हिरण, सभी ने उनके साथ हरे कृष्ण का जाप किया था। यह बहुत अच्छा है। कोई भी इसमें शामिल हो सकता है। मनुष्य तो क्या, जानवर भी शामिल हो सकते हैं। बेशक, सामान्य व्यक्ति के लिए जानवरों को जप करने के लिए उत्साहित करना संभव नहीं है, लेकिन चैतन्य महाप्रभु ने वास्तव में ऐसा किया है। इसलिए भले ही हम जानवरों को उत्साहित न कर सकें, कम से कम हम मनुष्यों को हरे कृष्ण मंत्र जप करनेके के इस पथ पर जाने के लिए उत्साहित कर सकते हैं।" |
690104 - प्रवचन - परम करुणा भजन की व्याख्या - लॉस एंजेलेस |