HI/670318 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद सैन फ्रांसिस्को में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं

HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी
"भगवान चैतन्य से पहले, भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं की जगह भुला दि गइ थी। लोगों को सिर्फ यही पता था की 'इन स्थानों पर कृष्ण का जन्म और लीला रची गई थी'। पर कोई विशेष स्थान खोदा नहीं गया था। परंतु चैतन्य महाप्रभु... जब चैतन्य महाप्रभु ने सनातन गोस्वामी को भेजा, तो उस जगह का महत्व जिनका नाम मथुरा- वृंदावन है, बहुत महत्वपूर्ण हो गया। उस शहर का महत्व सनातन गोस्वामी के कारण है, क्योंकि सनातन गोस्वामी को वहॉ जाके मंदिर स्थापित करने के लिए अधिकृत किया गया था। तो सनातन गोस्वामी और रूप गोस्वामी के बाद, सैकड़ों हजारों मंदिरों का निर्माण किया गया था, अब वहां कम से कम ५००० मंदिर है, सनातन गोस्वामी के बाद।"
670318 - Lecture CC Adi 07.149-171 - San Francisco