HI/Prabhupada 0862 - जब तक तुम समाज को नहीं बदलते, तुम समाज कल्याण कैसे कर सकते हो



750521 - Conversation - Melbourne

निर्देशक: बस मुसीबत में जो हैं उन लोगों की देखभाल के लिए । यही हमारी नीति है ।

प्रभुपाद: ठीक है, हर कोई मुसीबत में है ।

निर्देशक: माफ कीजिए ?

प्रभुपाद: वर्तमान समय में मंत्रि भी परेशानी में हैं ।

निर्देशक: हाँ, लेकिन यह हमारा कार्य नहीं है । हर कोई मुसीबत में है। (हंसी)

प्रभुपाद: "चिकित्सक, अपने आप को स्वस्थ करो ।" आप समझ रहो हो ? वे भी महिला-शिकारी हैं, मांसाहारी, और जुआरी, शराबी हैं, बस । उन्हें सुधारने की आवश्यकता है ।

निर्देशक: लेकिन उसकी मदद नहीं हो सकती । वह समाज... समाज को बदलना होगा, फिर समाज हमें अलग ढंग से कार्य करने के लिए कहेगा ।

प्रभुपाद: नहीं, नहीं । जब तक तुम समाज को बदलते नहीं, कैसे तुम समाज कल्याण कर सकते हो ? अगर तुम उन्हें वैसे ही रखते हो, तो कल्याण का सवाल कहां है ?

निर्देशक: शब्द को एक अलग व्याख्या देना ।

प्रभुपाद: कैसे...? मैं...

निदेशक: वह मुझे समझ रहे हैं ?

प्रभुपाद: असल में, मूल रूप से हमें प्रथम श्रेणी के आदर्श आदमी होना चाहिए । यह अावश्यक है ।

निर्देशक: इसलिए यह बहुत मुश्किल है । आपको अपने दम पर काम करना है, और, देखना है कि अाप काम के लिए योग्य हो । अगर अाप लोगों को मना सकते हो...

प्रभुपाद: नहीं, नहीं । हमारा अपना कार्यक्रम, यह वोक्स पोपुलै नहीं है । तुम हमारी गलती का पता लगअो ।

निर्देशक: क्या ?

प्रभुपाद: तुम पता लगाअो कि हमारी गलती क्या है ।

निर्देशक: मैं कोई भी गलती नहीं देख रहा ।

प्रभुपाद: तो तुम असहमत हो सकते हो । लेकिन अगर तुम देखते हो की सब कुछ अच्छा है, तुम इसे कैसे स्वीकार नहीं करोगे ? तुम पक्षपाती हो तो एसा हो सकता है ।

निर्देशक: बेशक मैं पक्षपाती हूँ । मैं अलग तरीके से पला बडा हूँ ।

प्रभुपाद: हाँ । जैस हमारी...

निर्देशक: जैसे आप मेरे जीवन के खिलाफ पक्षपाती हैं ।

प्रभुपाद: नहीं, हम पक्षपाती नहीं हैं । हम कहते हैं, जैसे... हम पक्षपाती नहीं हैं । हम अनुमति दे रहे हैं । हम कहते हैं कि अगर तुम प्रथम श्रेणी का मनुष्य बनना चाहते हो, तो तुम्हे पापी गतिविधियों को नहीं करना होगा | यही हमारा प्रचार है ।

निर्देशक: लेकिन मैं, एक लोक सेवक होने से, मैं समाज को बदलने के लिए यहाँ नहीं हूँ ।

प्रभुपाद: लेकिन हम भी सार्वजनिक हैं । हम जनता के हैं । तुम्हे हमारा नौकर बनना चाहिए ।

निर्देशक: हाँ । क्या ?

प्रभुपाद: हम जनता हैं, जनता के सदस्य । तो तुम्हे हमारा सेवक बन जाना चाहिए, अगर तुम जनता के सेवक हो तो ।

निर्देशक: एक सरकारी नौकर, हमारे तत्वज्ञान में, वह है जो एक मंत्री की सेवा करता है जनता द्वारा चुना जाता है । और इस तरह से वह जनता की सेवा करता है । और जनता फैसला करती है, वह उसी के अनुसार कार्य करता है ।

प्रभुपाद: इसलिए हम जनता को सुधार रहे हैं ।

निर्देशक: हाँ, मेरे कहने का मतलब है ।

प्रभुपाद: वे एक आदमी का चयन करते हैं...

निर्देशक: जब तुम जनता में सुधार करते हो, वे अलग तरह से हमें कार्य करने के लिए कहते हैं ।

प्रभुपाद: हाँ । इसलिए जनता, एक अध्यक्ष का चयन करती है, निक्सन, और फिर वे परेशान हो जाते हैं, उसे नीचे खींचते हैं । यह चल रहा है ।

निर्देशक: हाँ, लेकिन समाज एसे ही काम करता है । तुम्हे समाज को बदलना की चाहत होनी चाहिए, और हमें बदलना होगा । मैं सिर्फ वही करता हूँ जो मुझे करने के लिए कहा जाता है । अन्यथा मैं अपनी नौकरी खो देता हूँ ।

प्रभुपाद: नहीं अगर तुम वास्तव में कुछ सामाजिक कल्याण करना चाहते हो, तो तुम्हे इस मानक सूत्र को लेना चाहिए । अौर अगर तुम खुद का रास्ते के निर्माण करते हो तो तुम कभी सफल नहीं हो सकते ।

निर्देशक: मैं काफी... मैं अापके साथ सहमत हो सकता हूँ कि अगर हम सभी कृष्ण...

प्रभुपाद: पूरे नहीं । हम नहीं...

निर्देशक: तो फिर हम... फिर समाज कल्याण का अलग मतलब होगा ।

प्रभुपाद: अब, जैसे हम यहाँ प्रस्ताव कर रहे हैं । मैं प्रस्ताव नहीं कर रहा हूँ - कृष्ण कहते हैं - हमें शांतिपूर्ण होना चाहिए । तो कैसे शांतिपूर्ण बनें ? अगर उसका मन हमेशा परेशान रहता, वह शांतिपूर्ण कैसे हो सकता है ? निर्देशक: आप बिल्कुल सही कह रहे हैं ।

प्रभुपाद: तो यह सफलता का राज है । तुम लोगों को शांतिपूर्ण बनाना चाहते हो, लेकिन तुम जानते नहीं कि कैसे उसे शांतिपूर्ण बनाऍ । तो इसलिए तुम्हे अपनाना होगा...

निर्देशक: हाँ, आपका एक प्रतिस्पर्धी समाज है ।

प्रभुपाद: हम कहते हैं कि तुम हरे कृष्ण का जप करो, भर पेट खाना खाअो, यहाँ आराम से रहो और तुम शांतिपूर्ण हो जोअो । यह सुनिश्चित किया है । अगर कोई, यहां तक ​​कि एक पागल आदमी, इन तीन सिद्धांतों के लिए सहमत होता है, उसे हरे कृष्ण मंत्र का जप करने दो, हमारे द्वारा तैयार अच्छे खाद्य पदार्थों को खाने दो, और शांति से रहने दो, वह शांतिपूर्ण हो जाएगा ।