HI/700518b प्रवचन - श्रील प्रभुपाद लॉस एंजेलेस में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं

HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी
"यदि तुम अपनी आँखों को भगवत प्रेम से लिफ्ट कर लोगे तब तुम भगवान को हमेशा देख पाओगे संतः सदैव हृदयेशु विलोकयन्ति । हां।

यह भक्ति ।यही तरीका है भगवान को समझने का ।सेवा द्वारा प्रेम वृधि द्वारा । यह प्रेम केवल सेवा द्वारा ही बढ़ाया जा सकता है इसके अतिरिक्त कोई संभावना नहीं है ।सेवोनमुखे ही जिवादै(बी .आर. ऐस. 1.2.234)। जितना तुम सेवा की प्रवृत्ति को बड़ाओगे उतना ही तुम्हारा सुप्त भगवत प्रेम बढ़ेगा । जैसे ही तुम भगवत प्रेम की पराकाष्ठा को प्राप्त करोगे भगवान को हर क्षण देख पाओगे । 24 घंटा तुम भगवान को देख पाओगे। धन्यवाद

700518 - प्रवचन ISO 13-15 - लॉस एंजेलेस