HI/680327 सुबह की सैर - श्रील प्रभुपाद सैन फ्रांसिस्को में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं: Difference between revisions

 
No edit summary
 
Line 2: Line 2:
[[Category:HI/अमृत वाणी - १९६८]]
[[Category:HI/अमृत वाणी - १९६८]]
[[Category:HI/अमृत वाणी - सैन फ्रांसिस्को]]
[[Category:HI/अमृत वाणी - सैन फ्रांसिस्को]]
{{Audiobox_NDrops|HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी|<mp3player>https://s3.amazonaws.com/vanipedia/Nectar+Drops/680327MW-SAN_FRANCISCO_ND_01.mp3</mp3player>|"मूल मोमबत्ती कृष्ण है। ऐसा नहीं है कि विस्तार का विस्तार कम शक्तिशाली है। मोमबत्ती की शक्ति, या तो मोमबत्ती के विस्तार की, या विस्तार के विस्तार की शक्ति सामान है। ऐसा नहीं है कि नित्यानंद चैतन्य की तुलना में कम शक्तिशाली है, या अद्वैत कम शक्तिशाली है। ... नहीं। किसी भी अवतार या विस्तार में समान शक्ति है, विष्णु-तत्त्व। भिन्नता की अभिव्यक्ति अलग है। ठीक वैसे ही जैसे कृष्ण देवत्व के सर्वोच्च व्यक्तित्व हैं, और भगवान राम भी देवत्व के सर्वोच्च व्यक्तित्व हैं। लेकिन एक है मूल। कृष्ण मूल है, और राम एक विस्तार है। "|Vanisource:680327 - Morning Walk - San Francisco|680327 - सुबह की सैर - सैन फ्रांसिस्को}}
<!-- BEGIN NAVIGATION BAR -- DO NOT EDIT OR REMOVE -->
{{Nectar Drops navigation - All Languages|Hindi|HI/680326 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद सैन फ्रांसिस्को में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं|680326|HI/680327b सुबह की सैर - श्रील प्रभुपाद सैन फ्रांसिस्को में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं|680327b}}
<!-- END NAVIGATION BAR -->
{{Audiobox_NDrops|HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी|<mp3player>https://s3.amazonaws.com/vanipedia/Nectar+Drops/680327MW-SAN_FRANCISCO_ND_01.mp3</mp3player>|मूल मोमबत्ती कृष्ण है । ऐसा नहीं है कि विस्तार का विस्तार कम शक्तिशाली है । मोमबत्ती की शक्ति, या तो मोमबत्ती के विस्तार की, या विस्तार के विस्तार की शक्ति सामान है । ऐसा नहीं है कि नित्यानंद चैतन्य की तुलना में कम शक्तिशाली है, या अद्वैत कम शक्तिशाली है... नहीं । किसी भी अवतार या विस्तार में समान शक्ति है, विष्णु-तत्त्व । भिन्नता की अभिव्यक्ति अलग है । ठीक वैसे ही जैसे श्रीकृष्ण परम भगवान् हैं, और भगवान राम भी परम भगवान् हैं । लेकिन एक है मूल । कृष्ण मूल है, और राम एक विस्तार है ।|Vanisource:680327 - Morning Walk - San Francisco|680327 - सुबह की सैर - सैन फ्रांसिस्को}}

Latest revision as of 16:59, 21 May 2019

HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी
मूल मोमबत्ती कृष्ण है । ऐसा नहीं है कि विस्तार का विस्तार कम शक्तिशाली है । मोमबत्ती की शक्ति, या तो मोमबत्ती के विस्तार की, या विस्तार के विस्तार की शक्ति सामान है । ऐसा नहीं है कि नित्यानंद चैतन्य की तुलना में कम शक्तिशाली है, या अद्वैत कम शक्तिशाली है... नहीं । किसी भी अवतार या विस्तार में समान शक्ति है, विष्णु-तत्त्व । भिन्नता की अभिव्यक्ति अलग है । ठीक वैसे ही जैसे श्रीकृष्ण परम भगवान् हैं, और भगवान राम भी परम भगवान् हैं । लेकिन एक है मूल । कृष्ण मूल है, और राम एक विस्तार है ।
680327 - सुबह की सैर - सैन फ्रांसिस्को