HI/730921b प्रवचन - श्रील प्रभुपाद बॉम्बे में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं: Difference between revisions

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{{Audiobox_NDrops|HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी|<mp3player>https://s3.amazonaws.com/vanipedia/Nectar+Drops/730921LE-BOMBAY_ND_01.mp3</mp3player>|  "तो भक्त, वे भी इतने शक्तिशाली है कि भगवान के पवित्र नाम का जाप करके,वे परम शक्तिशाली भगवान के  उस स्थान पर उतरते है l इसलिए भक्तिविनोदा ठाकुर का स्टेटमेंट है कि ये दिन गृहते भजना देखी, से दिन गृहतें गोलोक भाया...इसीलिए हम अपने घर को भी वैकुंठ में बदल सकते है l हम अपने घर को बदल सकते है l यह मुश्किल नहीं है l क्योंकि जैसे कृष्ण सर्वव्यापी है, वैकुंठ सर्वव्यापी है l लेकिन हमें इसे केवल अधिकृत प्रक्रिया द्वारा महसूस करना होगा l हम सब, अपने घर को वैकुंठ में बदल सकते हैं l" |Vanisource:730921 - Lecture - Bombay|730921 - प्रवचन - बॉम्बे}}
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Latest revision as of 23:14, 24 October 2020

HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी
"तो भक्त, वे भी इतने शक्तिशाली है कि भगवान के पवित्र नाम का जाप करके,वे परम शक्तिशाली भगवान के उस स्थान पर उतरते है l इसलिए भक्तिविनोदा ठाकुर का स्टेटमेंट है कि ये दिन गृहते भजना देखी, से दिन गृहतें गोलोक भाया...इसीलिए हम अपने घर को भी वैकुंठ में बदल सकते है l हम अपने घर को बदल सकते है l यह मुश्किल नहीं है l क्योंकि जैसे कृष्ण सर्वव्यापी है, वैकुंठ सर्वव्यापी है l लेकिन हमें इसे केवल अधिकृत प्रक्रिया द्वारा महसूस करना होगा l हम सब, अपने घर को वैकुंठ में बदल सकते हैं l"
730921 - प्रवचन - बॉम्बे