HI/680110b प्रवचन - श्रील प्रभुपाद लॉस एंजेलेस में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं: Difference between revisions
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Latest revision as of 06:24, 9 January 2021
HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी |
जैसे "पुत्र" का अर्थ क्या है ? पुत्र एक पिता का पुत्र है । इसलिए जब तक पिता नहीं है, पुत्र का कोई प्रश्न ही नहीं है । जब तक पति नहीं है, पत्नी का कोई प्रश्न ही नही है । जब तक कि कोई काला नहीं है, सफेद का कोई प्रश्न ही नहीं है । इसी तरह, जो भी आप समझने की कोशिश करते हैं, उसके विपरीत संख्या होनी ही चाहिए । इसे द्वैत, या द्वैत-जगत, या द्वंद्व कहा जाता है । |
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