HI/671230 - अच्युतानंद और रामानुज को लिखित पत्र, सैन फ्रांसिस्को: Difference between revisions

 
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मेरे प्रिय अचुत्यानन्द and रामानुज,
मेरे प्रिय अचुत्यानन्द और रामानुज,


कृपया मेरा अभिवादन स्वीकार करें। मैं तुम्हारे बारे में बहुत चिंतित हूं। कृपया मेरा आशीर्वाद स्वीकार करें और मुझे दिल्ली मामलों की खबरें बताएं। मैंने आपको वृंदावन के पते पर एक पत्र भेजा है लेकिन कोई जवाब नहीं मिला है। यहां मैं अच्छी तरह से हूं और शाम की बैठकों के साथ व्याख्यान दे रहा हूं। कल मैं श्री बीके नेल्सन से मिला और वह मेरे स्थायी वीजा की व्यवस्था कर रहे हैं। कल मैंने <u>गीता</u> के प्रकाशन के लिए एमएफएस मैकमिलन कंपनी के साथ भी समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। कृपया इस पत्र का तुरंत उत्तर दें और मुझे सभी रिपोर्ट '' [हस्तलिखित] '' (अस्पष्ट) बताएं। आशा है कि आप भगवान कृष्ण की कृपा से अच्छे होंगे। आपके शीघ्र उत्तर की प्रतीक्षा है।
कृपया मेरा अभिवादन स्वीकार करें। मैं तुम्हारे बारे में बहुत चिंतित हूं। कृपया मेरा आशीर्वाद स्वीकार करें और मुझे दिल्ली मामलों की खबरें बताएं। मैंने आपको वृंदावन के पते पर एक पत्र भेजा है लेकिन कोई जवाब नहीं मिला है। यहां मैं अच्छी तरह से हूं और शाम की बैठकों के साथ व्याख्यान दे रहा हूं। कल मैं श्री बीके नेल्सन से मिला और वह मेरे स्थायी वीजा की व्यवस्था कर रहे हैं। कल मैंने <u>गीता</u> के प्रकाशन के लिए एमएफएस मैकमिलन कंपनी के साथ भी समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। कृपया इस पत्र का तुरंत उत्तर दें और मुझे सभी रिपोर्ट '' [हस्तलिखित] '' (अस्पष्ट) बताएं। आशा है कि आप भगवान कृष्ण की कृपा से अच्छे होंगे। आपके शीघ्र उत्तर की प्रतीक्षा है।

Latest revision as of 06:56, 15 February 2024

अच्युतानंद और रामानुज


सैन फ्रांसिस्को
दिसंबर ३०, १९६७


मेरे प्रिय अचुत्यानन्द और रामानुज,

कृपया मेरा अभिवादन स्वीकार करें। मैं तुम्हारे बारे में बहुत चिंतित हूं। कृपया मेरा आशीर्वाद स्वीकार करें और मुझे दिल्ली मामलों की खबरें बताएं। मैंने आपको वृंदावन के पते पर एक पत्र भेजा है लेकिन कोई जवाब नहीं मिला है। यहां मैं अच्छी तरह से हूं और शाम की बैठकों के साथ व्याख्यान दे रहा हूं। कल मैं श्री बीके नेल्सन से मिला और वह मेरे स्थायी वीजा की व्यवस्था कर रहे हैं। कल मैंने गीता के प्रकाशन के लिए एमएफएस मैकमिलन कंपनी के साथ भी समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। कृपया इस पत्र का तुरंत उत्तर दें और मुझे सभी रिपोर्ट [हस्तलिखित] (अस्पष्ट) बताएं। आशा है कि आप भगवान कृष्ण की कृपा से अच्छे होंगे। आपके शीघ्र उत्तर की प्रतीक्षा है।

आपका नित्य शुभ-चिंतक,
ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी