HI/680830 - श्यामा को लिखित पत्र, मॉन्ट्रियल: Difference between revisions
(Created page with "Category:HI/1968 - श्रील प्रभुपाद के पत्र Category:HI/श्रील प्रभुपाद के सभी पत्र हिंदी में अनुवादित Category:HI/1968 - श्रील प्रभुपाद के प्रवचन,वार्तालाप एवं पत्र Category:HI/1968-08 - श्रील प्रभुपाद के प्रवचन,वार्ताल...") |
(No difference)
|
Latest revision as of 15:32, 3 March 2025
30 अगस्त, 1968
मेरी प्रिय श्यामा दासी
कृपया मेरा आशीर्वाद स्वीकार करें। मैं 27 अगस्त, 1968 को लिखे आपके पत्र के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूँ, और लॉस एंजिल्स में संकीर्तन पार्टी की सफल गतिविधियों के बारे में सुनकर मुझे खुशी हुई है। आपको यह जानकर खुशी होगी कि मैं बहुत जल्द ही सैन फ्रांसिस्को जा रहा हूँ, शायद सितंबर के पहले सप्ताह के अंत तक।
आपके उत्तर में लिखे पत्र में व्यक्त की गई अच्छी भावनाएँ मुझे बहुत पसंद आई हैं। जब मैंने आपको दीक्षा दी, तो मैंने उसी क्षण आपको अपनी बेटी के रूप में स्वीकार कर लिया। इसलिए आप हमेशा के लिए मेरी बेटी हैं और मैं आपका पिता हूँ। इसमें कोई संदेह नहीं है। और हमारा रिश्ता कृष्ण भावनामृत पर आधारित है, इसलिए आप जितना अधिक सफलतापूर्वक कृष्ण भावनामृत आंदोलन का प्रचार और सहायता करेंगी, उतना ही हमारा पारलौकिक मंच पर रिश्ता दृढ़ और स्थिर होगा। हमारा काम कृष्ण के पवित्र नाम का जाप और महिमा का गुणगान करना है और हम जहाँ भी रहें, कृष्ण हमारे साथ हैं, कृष्ण आपके हृदय में हैं, कृष्ण मेरे हृदय में हैं। इसलिए, आध्यात्मिक रूप से अलगाव का कोई सवाल ही नहीं है, भले ही हम शारीरिक रूप से बहुत दूर हों। इसलिए मुझे बहुत खुशी है कि आप इस आंदोलन में अधिक से अधिक रुचि ले रहीं हैं, और मैं कृष्ण से प्रार्थना करता हूं कि आप हमेशा के लिए उसी पद पर स्थिर रहें।
आपके पत्र के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद, आशा है कि आप स्वस्थ होंगी।
आपके सदैव शुभचिंतक,
ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी
- HI/1968 - श्रील प्रभुपाद के पत्र
- HI/श्रील प्रभुपाद के सभी पत्र हिंदी में अनुवादित
- HI/1968 - श्रील प्रभुपाद के प्रवचन,वार्तालाप एवं पत्र
- HI/1968-08 - श्रील प्रभुपाद के प्रवचन,वार्तालाप एवं पत्र
- HI/श्रील प्रभुपाद के पत्र जो लिखे गए - कनाडा से
- HI/श्रील प्रभुपाद के पत्र जो लिखे गए - कनाडा, मॉन्ट्रियल से
- HI/श्रील प्रभुपाद के प्रवचन,वार्तालाप एवं पत्र - कनाडा
- HI/श्रील प्रभुपाद के पत्र - श्यामा दासी को
- HI/श्रील प्रभुपाद के प्रवचन,वार्तालाप एवं पत्र - कनाडा, मॉन्ट्रियल
- HI/1968 - श्रील प्रभुपाद के पत्र जिन्हें स्कैन की आवश्यकता है
- HI/सभी हिंदी पृष्ठ