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| [[Category:HI/1968 - श्रील प्रभुपाद के पत्र]]
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| {{LetterScan|680622_-_Letter_to_Rayarama.jpg|Letter to Rayarama}}
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| त्रिदंडी गोस्वामी<br>
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| एसी भक्तिवेदांत स्वामी<br>
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| आचार्य: इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्ण कॉन्शसनेस
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| कैंप: इस्कॉन राधा कृष्ण मंदिर<br>
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| 3720 पार्क एवेन्यू<br>
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| मॉन्ट्रियल 18, क्यूबेक, कनाडा
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| दिनांक .22 जून,......................1968...
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| मेरे प्रिय रायराम,
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| कृपया मेरा आशीर्वाद स्वीकार करें। अभी-अभी मुझे अपने एक देव-भाई से एक पत्र मिला है, जिसका नाम इस प्रकार है:
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| हिज ग्रेस वाई. जगन्नाथम, बी.ए.
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| 81, नवरंग, (8वीं मंजिल)
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| पेडर रोड, बॉम्बे-26
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| भारत
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| उन्होंने मेरी गतिविधियों के बारे में सुना है और वे हमारे सभी साहित्य में रुचि रखते हैं। मुझे बहुत खुशी होगी यदि आप उन्हें हमारे सभी बैक टू गॉडहेड्स प्रकाशन, साथ ही साथ समाचार पत्रों की कतरनें जल्द से जल्द भेज दें। वे बहुत प्रभावशाली व्यक्ति हैं और उन्होंने तेलुगु भाषा के साथ-साथ अंग्रेजी में भी कई गोस्वामी साहित्य का अनुवाद करके मेरे गुरु महाराज की ईमानदारी से सेवा की है। उनके सहयोग से बम्बई में शाखा खोलने की संभावना है। मुझे उम्मीद है कि आप तुरंत आवश्यक कदम उठाएंगे।
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| आशा है कि आप स्वस्थ होंगे।
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| आपके सदैव शुभचिंतक,
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| ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी<br>
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| [[File:SP Signature.png|300px]]<br />
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| संलग्नक 1 सी.सी. जगन्नाथम को पत्र [हस्तलिखित]
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