HI/690401 बातचीत - श्रील प्रभुपाद सैन फ्रांसिस्को में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं: Difference between revisions

 
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{{Audiobox_NDrops|HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी|<mp3player>https://s3.amazonaws.com/vanipedia/Nectar+Drops/690401R1-SAN_FRANCISCO_ND_01.mp3</mp3player>|"तो यहाँ यह बताया गया है कि वासुदेव भगवती भक्ति-योग प्रयोजितः (श्रीमद भागवतम १.२.७)  ये सभी धार्मिक सिद्धांत तुरंत प्राप्त किए जा सकते हैं यदि आप कृष्ण को अपना प्यार देते हैं। वासुदेव भगवती भक्ति-योग। भक्ति-योग का अर्थ है भक्ति ... अगर आप भक्ति सेवा में, कृष्ण की सेवा करने का प्रयास करते हैं, तो धर्म के ये सभी सिद्धांत अपने आप आ जाएंगे। आपको पता चल जाएगा कि "मैं यह शरीर नहीं हूं; मैं एक आत्मा आत्मा हूँ। मेरे पास ... मेरे लिए भौतिक लगाव बेकार है। मेरा वास्तविक व्यवसाय जीवन की आध्यात्मिक उन्नति है। "यदि आप केवल कृष्ण की भक्ति सेवा को निष्पादित करते हैं तो सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।"|Vanisource:690401 - Conversation - San Francisco|690401 - बातचीत - सैन फ्रांसिस्को}}
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Latest revision as of 08:25, 11 September 2022

HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी
"यहाँ यह बताया गया है कि वासुदेव भगवती भक्ति-योग प्रयोजितः (श्रीमद भागवतम १.२.७) सभी धार्मिक सिद्धांत तुरंत प्राप्त किए जा सकते हैं यदि आप कृष्ण को अपना प्रेम देते हैं। वासुदेव भगवती भक्ति-योग। भक्ति-योग का अर्थ है, आप भक्तिमय सेवा में, कृष्ण की सेवा करने का प्रयास करते हैं, तो धर्म के ये सभी सिद्धांत अपने आप आ जाएंगे। आपको पता चल जाएगा कि "मैं यह शरीर नहीं हूं; मैं एक आत्मा हूँ। मेरे लिए भौतिक लगाव बेकार है। मेरा वास्तविक व्यवसाय जीवन की आध्यात्मिक उन्नति है।" यदि आप केवल कृष्ण की भक्तिमय सेवा को निष्पादित करते हैं तो सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।"
690401 - बातचीत - सैन फ्रांसिस्को