HI/701106 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद बॉम्बे में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं: Difference between revisions

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{{Audiobox_NDrops|HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी|<mp3player>https://s3.amazonaws.com/vanipedia/Nectar+Drops/701106SB-BOMBAY_ND_01.mp3</mp3player>|हम शास्त्रों से सुनते हैं । आप शायद विश्वास ना करें, परंतु हम व्यावहारिक रूप से देख सकते हैं कि एक आदमी जिसने हत्या की है, उसे भी फांसी दी जाएगी । इसमें कोई संदेह नहीं है । 'जीवन के लिए जीवन' । तो कैसे ये मुर्ख लोग, मेरे कहने का अर्थ यह है, निर्भीकता से जानवरों की ह्त्या कर रहे है ? यदि आपके राज्य का सत्य यह है कि 'जीवन के लिए जीवन', तो आप किसी अन्य पशु की हत्या करने की हिम्मत कैसे कर सकते हैं? और यह निष्कर्ष है । शास्त्र कहता है कि आपको उस विशेष आत्मा का भुगतान अपने जीवन से करना होगा । यही मांस का अर्थ है, संस्कृत शब्द मांस । मांस खादति ।|Vanisource:701106 - Lecture SB 06.01.06 - Bombay|701106 - प्रवचन श्री.भा. ६.१.६ - बॉम्बे}}
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Latest revision as of 14:18, 2 February 2023

HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी
हम शास्त्रों से सुनते हैं। आप शायद विश्वास ना करें, परंतु हम व्यावहारिक रूप से देख सकते हैं कि एक आदमी जिसने हत्या की है, उसे भी फांसी दी जाएगी। इसमें कोई संदेह नहीं है। 'जीवन के लिए जीवन'। तो कैसे ये मुर्ख लोग, मेरे कहने का अर्थ यह है, निर्भीकता से जानवरों की ह्त्या कर रहे है? यदि आपके राज्य का सत्य यह है कि 'जीवन के लिए जीवन', तो आप किसी अन्य पशु की हत्या करने की हिम्मत कैसे कर सकते हैं? और यह निष्कर्ष है। शास्त्र कहता है कि आपको उस विशेष आत्मा का भुगतान अपने जीवन से करना होगा। यही मांस का अर्थ है, संस्कृत शब्द मांस। मांस खादति।
701106 - प्रवचन श्री.भा. ६.१.६ - बॉम्बे