HI/701106 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद बॉम्बे में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं: Difference between revisions
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Revision as of 03:39, 26 September 2021
HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी |
हम शास्त्रों से सुनते हैं । आप शायद विश्वास ना करें, परंतु हम व्यावहारिक रूप से देख सकते हैं कि एक आदमी जिसने हत्या की है, उसे भी फांसी दी जाएगी । इसमें कोई संदेह नहीं है । 'जीवन के लिए जीवन' । तो कैसे ये मुर्ख लोग, मेरे कहने का अर्थ यह है, निर्भीकता से जानवरों की ह्त्या कर रहे है ? यदि आपके राज्य का सत्य यह है कि 'जीवन के लिए जीवन', तो आप किसी अन्य पशु की हत्या करने की हिम्मत कैसे कर सकते हैं? और यह निष्कर्ष है । शास्त्र कहता है कि आपको उस विशेष आत्मा का भुगतान अपने जीवन से करना होगा । यही मांस का अर्थ है, संस्कृत शब्द मांस । मांस खादति । |
701106 - प्रवचन श्री.भा. ६.१.६ - बॉम्बे |