HI/670210 - सत्स्वरूप को लिखित पत्र, सैंन फ्रांसिस्को: Difference between revisions

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10 फरवरी, 1967
10 फरवरी, 1967


मेरे प्रिय सत्स्वरूप,
मेरे प्रिय सत्स्वरूप,


कृपया मेरे आशीर्वाद स्वीकार करो। मुझे तुम्हारा नाट प्राप्त हुआ है। हां, कृपया तुरन्त ही मुझे भक्ति सूत्र (संस्कृत मूल मात्र) की एक प्रति भेजो। मैं तुरन्त इसपर टीका प्रारंभ कर दूंगा। तुम चैतन्य महाप्रभू की शिक्षाएं की टेपों का संशोधन कर सकते हो। मैं तुम्हारे इस स्वैच्छिक प्रस्ताव से बहुत प्रसन्न हूँ। तुम्हारा बहुत धन्यवाद।
कृपया मेरे आशीर्वाद स्वीकार करो। मुझे तुम्हारा नाट प्राप्त हुआ है। हां, कृपया तुरन्त ही मुझे भक्ति सूत्र (संस्कृत मूल मात्र) की एक प्रति भेजो। मैं तुरन्त इसपर टीका प्रारंभ कर दूंगा। तुम चैतन्य महाप्रभू की शिक्षाएं की टेपों का संशोधन कर सकते हो। मैं तुम्हारे इस स्वैच्छिक प्रस्ताव से बहुत प्रसन्न हूँ। तुम्हारा बहुत धन्यवाद।

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Letter to Satsvarupa (Page 1 of 2)
Letter to Satsvarupa (Page 2 of 2)


10 फरवरी, 1967


मेरे प्रिय सत्स्वरूप,

कृपया मेरे आशीर्वाद स्वीकार करो। मुझे तुम्हारा नाट प्राप्त हुआ है। हां, कृपया तुरन्त ही मुझे भक्ति सूत्र (संस्कृत मूल मात्र) की एक प्रति भेजो। मैं तुरन्त इसपर टीका प्रारंभ कर दूंगा। तुम चैतन्य महाप्रभू की शिक्षाएं की टेपों का संशोधन कर सकते हो। मैं तुम्हारे इस स्वैच्छिक प्रस्ताव से बहुत प्रसन्न हूँ। तुम्हारा बहुत धन्यवाद।