HI/670330 - भक्तों के समूहों को लिखित पत्र, सैन फ्रांसिस्को: Difference between revisions
(Created page with "Category: HI/1967 - श्रील प्रभुपाद के पत्र Category: HI/1967 - श्रील प्रभुपाद के प्रवचन,...") |
No edit summary |
||
Line 17: | Line 17: | ||
<br/> | <br/> | ||
अंतराष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ <br/> | |||
२६ | २६ सेकंड एवेन्यू, न्यू यॉर्क, एन वाई १०००३ टेलीफोन ६७४-७४२८ | ||
टेलीफोन | आचार्य :स्वामी ए.सी. भक्तिवेदांत <br/> | ||
समिति: <br/> | |||
लैरी बोगार्ट <br/> | लैरी बोगार्ट <br/> | ||
जेम्स एस. ग्रीन <br/> | जेम्स एस. ग्रीन <br/> | ||
Line 34: | Line 30: | ||
हार्वे कोहेन <br/> | हार्वे कोहेन <br/> | ||
<br/> | <br/> | ||
मेरे प्यारे | मेरे प्यारे भक्त, | ||
<br/> | <br/> | ||
मुझे पता है कि आप मेरी अनुपस्थिति को वैसे ही महसूस कर रहे हैं जैसे की मैं आपसे अनुपस्थिति को महसूस कर रहा हूं। लेकिन इस बीच ऐसा होना चाहिए और जब तक आप हरे कृष्ण का जप करते रहेंगे कृष्ण आपको प्रदान करेंगे। मैं आप में से हर एक को देखना चाहता हूं, इसलिए मैं मुकुंद से अपनी यात्राओं की व्यवस्था करने के लिए कह रहा हूं क्योंकि उन्होंने इस सेवा को प्रदान करने के लिए स्वेच्छा से काम किया है। यदि आप में से किसी के पास कोई विशेष बिंदु है | मुझे पता है कि आप मेरी अनुपस्थिति को वैसे ही महसूस कर रहे हैं, जैसे की मैं आपसे अनुपस्थिति को महसूस कर रहा हूं। लेकिन इस बीच ऐसा होना चाहिए, और जब तक आप हरे कृष्ण का जप करते रहेंगे, कृष्ण आपको प्रदान करेंगे। मैं आप में से हर एक को देखना चाहता हूं, इसलिए मैं मुकुंद से अपनी यात्राओं की व्यवस्था करने के लिए कह रहा हूं, क्योंकि उन्होंने इस सेवा को प्रदान करने के लिए स्वेच्छा से काम किया है। यदि आप में से किसी के पास कोई विशेष बिंदु है जिस पर आप मुझसे चर्चा करना चाहते हैं, तो कृपया मुकुंद मेरे लिए आपके साथ एक नियुक्ति करें। मैं हमेशा आपकी सेवा में हूं। <br/> | ||
<br/> | <br/> | ||
यदि आप हमेशा हरे कृष्ण का जप करते हैं, मेरी पुस्तकों को पढ़ते हैं, और इस सिद्धांत का ईमानदारी से प्रचार करते हैं, तो कृष्ण आपको सभी सुविधा प्रदान करेंगे, और आप भौतिक उलझनो में नहीं पड़ेंगे। <br/> | यदि आप हमेशा हरे कृष्ण का जप करते हैं, मेरी पुस्तकों को पढ़ते हैं, और इस सिद्धांत का ईमानदारी से प्रचार करते हैं, तो कृष्ण आपको सभी सुविधा प्रदान करेंगे, और आप भौतिक उलझनो में नहीं पड़ेंगे। <br/> |
Latest revision as of 05:35, 6 June 2021
मार्च ३०, १९६७ [हस्तलिखित]
अंतराष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ
२६ सेकंड एवेन्यू, न्यू यॉर्क, एन वाई १०००३ टेलीफोन ६७४-७४२८
आचार्य :स्वामी ए.सी. भक्तिवेदांत
समिति:
लैरी बोगार्ट
जेम्स एस. ग्रीन
कार्ल एयरगन्स
राफेल बालसम
रॉबर्ट लेफ्कोविट्ज़
रेमंड मराइस
माइकल ग्रांट
हार्वे कोहेन
मेरे प्यारे भक्त,
मुझे पता है कि आप मेरी अनुपस्थिति को वैसे ही महसूस कर रहे हैं, जैसे की मैं आपसे अनुपस्थिति को महसूस कर रहा हूं। लेकिन इस बीच ऐसा होना चाहिए, और जब तक आप हरे कृष्ण का जप करते रहेंगे, कृष्ण आपको प्रदान करेंगे। मैं आप में से हर एक को देखना चाहता हूं, इसलिए मैं मुकुंद से अपनी यात्राओं की व्यवस्था करने के लिए कह रहा हूं, क्योंकि उन्होंने इस सेवा को प्रदान करने के लिए स्वेच्छा से काम किया है। यदि आप में से किसी के पास कोई विशेष बिंदु है जिस पर आप मुझसे चर्चा करना चाहते हैं, तो कृपया मुकुंद मेरे लिए आपके साथ एक नियुक्ति करें। मैं हमेशा आपकी सेवा में हूं।
यदि आप हमेशा हरे कृष्ण का जप करते हैं, मेरी पुस्तकों को पढ़ते हैं, और इस सिद्धांत का ईमानदारी से प्रचार करते हैं, तो कृष्ण आपको सभी सुविधा प्रदान करेंगे, और आप भौतिक उलझनो में नहीं पड़ेंगे।
आपका स्नेही और नित्य शुभचिंतक,
ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी
- HI/1967 - श्रील प्रभुपाद के पत्र
- HI/1967 - श्रील प्रभुपाद के प्रवचन,वार्तालाप एवं पत्र
- HI/1967-02 - श्रील प्रभुपाद के प्रवचन,वार्तालाप एवं पत्र
- HI/श्रील प्रभुपाद के पत्र जो लिखे गए - अमेरीका से
- HI/श्रील प्रभुपाद के पत्र जो लिखे गए - अमेरीका, सैंन फ्रांसिस्को से
- HI/श्रील प्रभुपाद के प्रवचन,वार्तालाप एवं पत्र - अमेरीका
- HI/श्रील प्रभुपाद के पत्र - भक्तों के समूहों को
- HI/1967 - श्रील प्रभुपाद के पत्र - मूल पृष्ठों के स्कैन सहित
- HI/श्रील प्रभुपाद के सभी पत्र हिंदी में अनुवादित
- HI/सभी हिंदी पृष्ठ