HI/690425 बातचीत - श्रील प्रभुपाद बॉस्टन में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं: Difference between revisions

 
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{{Audiobox_NDrops|HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी|<mp3player>https://s3.amazonaws.com/vanipedia/Nectar+Drops/690425R1-BOSTON_ND_01.mp3</mp3player>|"मैंने आपको बताया कि मुझे उम्मीद नहीं है कि हर कोई कृष्ण के प्रति जागरूक होगा। यह संभव नहीं है। लेकिन अगर आसमान में एक चंद्रमा है, जो अंधेरे को मिटाने के लिए पर्याप्त है। आपको कई सितारों की आवश्यकता नहीं है। एक चंद्र तमो हन्ति न च तारा सहस्रा (हितोपदेश २५)। भले ही ..., अगर एक भी व्यक्ति पूरी तरह से समझता है कि यह कृष्ण चेतना आंदोलन क्या है, तो वह अन्य लोगों को जबरदस्त फायदा पहुंचा सकता है। इसलिए आप सभी बुद्धिमान लड़के और लड़कियां हैं। अपने सभी तर्क के साथ इस कृष्ण चेतना दर्शन को समझने की कोशिश करें। लेकिन इसे गंभीरता से समझने की कोशिश करें।"|Vanisource:690425 - Conversation - Boston|690425 - बातचीत - बॉस्टन}}
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Latest revision as of 12:17, 30 July 2021

HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी
"जैसा मैंने आपको बताया कि मुझे उम्मीद नहीं है कि प्रत्येक व्यक्ति कृष्ण के प्रति जागरूक होगा। यह संभव नहीं है। परंतु यदि आकाश में एक चंद्रमा है, जो अंधकार को मिटाने के लिए पर्याप्त है। आपको कई सितारों की आवश्यकता नहीं है। एक चंद्र तमो हन्ति न च तारा सहस्रा (हितोपदेश २५)। यदि एक भी व्यक्ति पूर्ण रूप से समझता है कि यह कृष्ण भावनामृत आंदोलन क्या है, तो वह अन्य लोगों को अत्यधिक लाभ पहुंचा सकता है। इसलिए आप सभी बुद्धिमान बालक बालिकायें हैं। अपनी पूर्ण बुद्धिमत्ता सहित इस कृष्ण भावनामृत दर्शन को समझने का प्रयास करें। इसे गंभीरता से समझने का प्रयास करें।"
690425 - बातचीत - बॉस्टन