HI/680304 - हंसदूत और यमुना को लिखित पत्र, लॉस एंजिलस: Difference between revisions

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आचार्य: इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस<br />
आचार्य: इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस<br />
शिविर: इस्कॉन राधा कृष्ण मंदिर  <br />५३६४ डब्ल्यू पिको बुलेवार्ड।  <br />लॉस एंजिल्स, कैल। ९००१९ <br />
शिविर: इस्कॉन राधा कृष्ण मंदिर  <br />५३६४ डब्ल्यू पिको बुलेवार्ड।  <br />लॉस एंजिल्स, कैल. ९००१९ <br />
दिनांक ....मार्च....४,............१९६८..<br />
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Latest revision as of 05:12, 7 October 2021

हंसदूत को पत्र (Page 1 of 2)
हंसदूत को पत्र (Page 2 of 2)


त्रिदंडी गोस्वामी
ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी

आचार्य: इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस
शिविर: इस्कॉन राधा कृष्ण मंदिर
५३६४ डब्ल्यू पिको बुलेवार्ड।
लॉस एंजिल्स, कैल. ९००१९
दिनांक ....मार्च....४,............१९६८..


मेरे प्रिय हंसदत्त,
कृपया मेरा आशीर्वाद स्वीकार करें। मैं अपनी बेटी हिमावती को भी आशीर्वाद अर्पित करता हूं, और मुझे आशा है कि वह अच्छी तरह से कर रही है। मुझे बहुत खुशी है कि कृष्ण पहले से ही आपको बता रहे हैं कि कैसे संकीर्तन पार्टी को पूर्ण बनाया जाए। देश भर में हमारी यात्रा के कार्यक्रम के बारे में मैं आपसे पूरी तरह सहमत हूं, कई जगहों पर बुक किया जा रहा है। और मुझे खुशी है कि हमारे मित्र एलन गिन्सबर्ग आपकी मदद कर रहे हैं। अगर हम इस कीर्तन पार्टी को सफल बना सकते हैं तो हमारी सफलता में कोई संदेह नहीं है। इस संबंध में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हम कभी भी पेशेवर नहीं होंगे; अर्थात् हम कृष्णभावनामृत की दृष्टि से कीर्तन पक्ष को परिपूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे। कीर्तन पार्टी में पंच तत्व को शामिल करने का विचार भी मेरे द्वारा ही सोचा गया था। इतना ही नहीं, हमें राधा और कृष्ण और उनके आठ गोपनीय सहयोगियों, सखियों के लिए अलग-अलग पोशाकें तैयार करनी हैं। कभी-कभी आपको किसी को नृसिंहदेव और प्रह्लाद के रूप में तैयार करना पड़ता है; इस प्रकार, हमारे पास कीर्तन के साथ-साथ शो की किस्में होंगी, और सभी किस्में श्रीमद, भगवतम और भगवद गीता से ली जाएंगी। हमें ब्रह्मचारियों और ब्रह्मचारिणियों को इस संबंध में कुछ श्लोकों को संस्कृत में बोलना सिखाना है, और हम श्लोकों को गायन, जप और बोलकर भी समझाते हैं। कभी-कभी नामजप और गायन के बीच में हम भी बोलेंगे । तो, ये सभी प्रकार के शो मधुर संगीतमय ध्वनियों के साथ इतने आकर्षक होंगे, और सबसे बढ़कर हमारा अच्छा व्यवहार और उन्नत कृष्ण भावनामृत, इस शो को बहुत हद तक सफल बनाएगा। इस बीच, आप कीर्तन पार्टी को प्रशिक्षित करते हैं जैसे आप कर रहे हैं, और उत्तरदायी तरीका बिल्कुल सही है। इस संबंध में मैं आपको अपने पिछले पत्र में पहले ही लिख चुका हूं और मैं फिर कहता हूं कि अनुक्रियात्मक पद्धति का अभ्यास किया जाना चाहिए। एक से अधिक गायक हो सकते हैं, जैसे आप नेता की सीट ले सकते हैं, कभी जय गोविंदा नेता की सीट ले सकते हैं, कभी अन्य नेता की सीट ले सकते हैं, लेकिन जप और प्रतिक्रिया की विधि, फिर जप, हमेशा पालन किया जाना चाहिए। जब मैं न्यूयॉर्क आऊंगा तो निश्चित रूप से हम इस दौरे के कार्यक्रम की योजना तैयार करेंगे, न केवल राज्यों के भीतर यात्रा करेंगे, बल्कि पूरे विश्व में यात्रा करेंगे। और जब हम अपनी यात्रा के दौरान भारत जाएंगे, तो हम अपने साथ शामिल होने के लिए कुछ भारतीय भक्तों को भी इकट्ठा करेंगे। केवल भारतीय ही नहीं, हम धीरे-धीरे दुनिया भर से बिना किसी भेदभाव के भक्तों को इकट्ठा करेंगे। हमारा कृष्ण भावनामृत आंदोलन सर्वव्यापी होना चाहिए, क्योंकि कृष्ण सर्वव्यापी हैं।

आपको यह जानकर खुशी होगी कि सैन फ्रांसिस्को में वे एक घर खरीदने की कोशिश कर रहे हैं। मैंने पहले ही रायराम को हमारी पुस्तकों की छपाई के लिए एक नियमित प्रिंटिंग प्रेस का सुझाव दिया है। और कुछ ब्रह्मचारी प्रकाशन कार्य में लगे, उनमें से कुछ कीर्तन पार्टी के प्रचार कार्य में लगे , और उनमें से कुछ हमारे साहित्य के वितरण में लगे । इससे हमारा मिशन सिद्ध हो जाएगा। बस आज ही कैलिफोर्निया स्टेट कॉलेज में लॉन्ग बीच, कैल में हमारी एक बैठक हुई, उन्होंने संलग्न पुस्तिका जारी की जिसे बैक टू गॉडहेड में प्रकाशित किया जा सकता है। मुझे आशा है कि आप दोनों अच्छे और खुश हैं।\

आपका सदैव शुभचिंतक,