HI/750222 बातचीत - श्रील प्रभुपाद कराकस में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं: Difference between revisions

 
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{{Audiobox_NDrops|HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी|<mp3player>https://s3.amazonaws.com/vanipedia/Nectar+Drops/750222R1-CARACAS_ND_01.mp3</mp3player>|"आधुनिक सभ्यता, वे आत्मा की देखभाल नहीं कर रहे हैं; वे बस मशीन, शरीर की देखभाल कर रहे हैं। इसलिए समस्याएं हैं। आपने पूछा, ' समस्याओं को कैसे हल किया जाए?' समस्याएँ इस बात पर हैं, कि वे चालक की देखभाल नहीं कर रहे हैं, वे बस मशीन, शरीर की देखभाल कर रहे हैं। इसलिए यदि आप चालक की देखभाल करते हैं, तो वह समझदार रहेगा, वह अच्छी तरह से ड्राइव करेगा, शरीर विनाशकारी नहीं होगा, वह शांति से जीएगा। यह समस्या है। यदि ड्राइवर सावधान है, तो उसे कार के लिए बहुत बार मैकेनिकल इंजीनियर की आवश्यकता नहीं होगी। वह मशीन को क्रम में रखेगा। यदि वह खुद को समझदार रखता है, तो वह मशीन भी क्रम में रखता है।"|Vanisource:750222 - Conversation - Caracas|७५०२२२ - बातचीत - कराकस}}
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{{Nectar Drops navigation - All Languages|Hindi|HI/750216 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद मेक्सिको में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं|750216|HI/750226 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद मायामी में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं|750226}}
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Latest revision as of 05:29, 9 October 2021

HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी
"आधुनिक सभ्यता, वे आत्मा की देखभाल नहीं कर रहे हैं; वे बस मशीन, शरीर की देखभाल कर रहे हैं। इसलिए समस्याएं हैं। आपने पूछा, ' समस्याओं को कैसे हल किया जाए?' समस्याएँ इस बात पर हैं, कि वे चालक की देखभाल नहीं कर रहे हैं, वे बस मशीन, शरीर की देखभाल कर रहे हैं। इसलिए यदि आप चालक की देखभाल करते हैं, तो वह समझदार रहेगा, वह अच्छी तरह से ड्राइव करेगा, शरीर विनाशकारी नहीं होगा, वह शांति से जीएगा। यह समस्या है। यदि ड्राइवर सावधान है, तो उसे कार के लिए बहुत बार मैकेनिकल इंजीनियर की आवश्यकता नहीं होगी। वह मशीन को क्रम में रखेगा। यदि वह खुद को समझदार रखता है, तो वह मशीन भी क्रम में रखता है।"
750222 - बातचीत - कराकस