HI/690116 - महापुरुष को लिखित पत्र, लॉस एंजिलस: Difference between revisions

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कृपया मेरा आशीर्वाद स्वीकार करें। ११ जनवरी, १९६९ का आपका पत्र पाकर मुझे बहुत खुशी हुई।
कृपया मेरा आशीर्वाद स्वीकार करें। ११ जनवरी, १९६९ का आपका पत्र पाकर मुझे बहुत खुशी हुई।


मुझे अच्छी रिपोर्ट मिली है कि आप बैक टू गॉडहेड को बहुत अच्छी तरह से बेच रहे हैं, और इसी तरह आपको हमारी भगवदगीता यथारूप को बेचने की कोशिश करनी चाहिए और हमेशा लोगों से हरे कृष्ण का जाप करने का अनुरोध करना चाहिए। इससे कृष्ण चेतना में आपकी उन्नति होगी।इसलिए मैं आपकी गतिविधियों से बहुत खुश हूँ।आप सभी को कृष्ण के आधार पर हमेशा अपने कर्तव्यों में लगे रहना चाहिए, और चीजें अपने आप बहुत अच्छी आएंगी।आपके उत्साहजनक पत्र के लिए आपको फिर से धन्यवाद।
मुझे अच्छी रिपोर्ट मिली है कि आप बैक टू गॉडहेड को बहुत अच्छी तरह से बेच रहे हैं, और इसी तरह आपको हमारी भगवदगीता यथारूप को बेचने की कोशिश करनी चाहिए, और हमेशा लोगों से हरे कृष्णा  का जाप करने का अनुरोध करना चाहिए। इससे कृष्ण भावनामृत में आपकी उन्नति होगी। इसलिए मैं आपकी गतिविधियों से बहुत खुश हूँ।आप सभी को कृष्ण पर पूर्णतः निर्भर होकर हमेशा अपने कर्तव्यों में लगे रहना चाहिए, और सब कुछ अपने आप बहुत अच्छा हो जायेगा। आपके उत्साहजनक पत्र के लिए आपको फिर से धन्यवाद।


आपके नित्य शुभचिंतक,<br/>
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ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी <br/>
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Latest revision as of 05:22, 14 December 2021

His Divine Grace A.C. Bhaktivedanta Swami Prabhupāda


जनवरी १६,१९६९


मेरे प्रिय महापुरुष,
कृपया मेरा आशीर्वाद स्वीकार करें। ११ जनवरी, १९६९ का आपका पत्र पाकर मुझे बहुत खुशी हुई।

मुझे अच्छी रिपोर्ट मिली है कि आप बैक टू गॉडहेड को बहुत अच्छी तरह से बेच रहे हैं, और इसी तरह आपको हमारी भगवदगीता यथारूप को बेचने की कोशिश करनी चाहिए, और हमेशा लोगों से हरे कृष्णा का जाप करने का अनुरोध करना चाहिए। इससे कृष्ण भावनामृत में आपकी उन्नति होगी। इसलिए मैं आपकी गतिविधियों से बहुत खुश हूँ।आप सभी को कृष्ण पर पूर्णतः निर्भर होकर हमेशा अपने कर्तव्यों में लगे रहना चाहिए, और सब कुछ अपने आप बहुत अच्छा हो जायेगा। आपके उत्साहजनक पत्र के लिए आपको फिर से धन्यवाद।

आपके नित्य शुभचिंतक,
ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी