HI/660220 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद न्यूयार्क में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं: Difference between revisions

 
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{{Audiobox_NDrops|HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत बूँदें|<mp3player>https://s3.amazonaws.com/vanipedia/Nectar+Drops/660219-20.BG-NY_full_part_2_ND_01.mp3</mp3player>|"There is one scripture only, one common scripture for the whole world, for the people of the whole world, and that is this Bhagavad-gītā. Devo devakī-putra eva. And there is one God for the whole world, is Śrī Kṛṣṇa. And eko mantras tasya nāmāni. And one hymn, mantra, one hymn only, one prayer, or one hymn, is to chant His name, Hare Kṛṣṇa Hare Kṛṣṇa Kṛṣṇa Kṛṣṇa Hare Hare, Hare Rāma Hare Rāma Rāma Rāma Hare Hare."|Vanisource:660219-20 - Lecture BG Introduction - New York|660219-20 - Lecture BG Introduction - New York}}
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Latest revision as of 04:55, 17 February 2022

HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी
सम्पूर्ण विश्व के लिए, केवल एक मात्र सार्वजनिक शास्त्र है, जो समस्त विश्व के लोगों पर लागू है, और वह सार्वजनिक शास्त्र भगवद् गीता है। देवो देवकी-पुत्रेव। तथा समस्त विश्व के लिए एक ही भगवान हैं वे श्री कृष्ण हैं। एको मंत्रस तस्य नामानी। एवं एक ही स्तोत्र, एक ही मंत्र, एक ही प्रार्थना है और वह है भगवान कृष्ण के नाम का उच्चारण, हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे, हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे।
660219-20 - प्रवचन - भगवद गीता परिचय - न्यूयार्क