HI/720722 - जगदीश को लिखित पत्र, पेरिस: Difference between revisions

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Letter to Jagadisha


त्रिदंडी गोस्वामी

ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी

संस्थापक-आचार्य:
अंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ

इस्कॉन पेरिस
(जवाब इस्कॉन लंदन)

22 जुलाई, 1972

मेरे प्रिय जगदीश,

कृपया मेंरे आशीर्वाद स्वीकार करो। मुझे तुम्हारा दिनांक 15 जुलाई, 1972 का पत्र प्राप्त हुआ और मैंने उसे पढ़ा है। मैं यह जानकर प्रसन्न हूँ कि कनाडा में सबकुछ अच्छे ढ़ंग से चल रहा है और विशेषकर तुम्हारी यात्रा मण्डली को अच्छी सफलता मिल रही है। हाँ, यही सही विचार है कि जो कोई भी भक्त हमारे पास आध्यात्मिक जीवन में हैं, उन्हें शंका से परे सशक्त किया जाए। ऐसा करने से हमारे सामर्थ्य में वृद्धि होगी और हम दर्जनों नए भक्तों को सहजता से जोड़ लेंगे। सबसे महत्त्वपूर्ण है, प्रतिदिन हरे कृष्ण मंत्र का कम-से-कम सोलह माला जप। अन्यथा वे ब्राह्मण जीवन के अन्य पहलुओं, यथा प्रातः उठना, स्वच्छता आदि, का साधन करने में सक्षम नहीं होंगे।

आशा करता हूँ कि यह तुम्हें अच्छे स्वाम्थ्य में प्राप्त हो।

सर्वदा तुम्हारा शुभाकाँक्षी

(हस्ताक्षरित)

ए.सी.भक्तिवेदान्त स्वामी

एसीबीएस/एसडीए

जगदीश दास अधिकारी
c / o इस्कॉन टोरंटो