HI/680116 - गुरुदास और यमुना को लिखित पत्र, लॉस एंजिलस

Revision as of 06:33, 6 March 2021 by Harsh (talk | contribs) (Created page with "Category: HI/1968 - श्रील प्रभुपाद के पत्र Category: HI/1968 - श्रील प्रभुपाद के प्रवचन,...")
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
गुरु दास और यमुना को लिखित पत्र


(पूर्ण हस्तलिखित) १६ जनवरी, १९६८

प्रिय गुरू दास और यमुना देवी,

एक अच्छे युवक और युवती बनो और हमेशा हरे कृष्ण मंत्र का जप करो, जिसके परिणाम से तुम अति प्रसन्न हो जाओगे।

यमुना देवी, तुम जानकी देवी जी से थोड़ी बेहतर सेवा करती हो, लेकिन इस पर अभिमान मत करो और जो थोड़े कम भाग्यशाली हैं, उनके शुभचिंतक बनो। गुरु दास तुम भी बहुत अच्छी सेवा कर रहे हो और तुम हमारे संस्था के एक बहुत महत्वपूर्ण सदस्य हो। तुम और तुम्हारी पत्नी इतनी अच्छी तरह से सेवा करते हो कि कभी कोई समस्या हो ही नहीं सकती।

आपका नित्य शुभचिंतक,

ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी