HI/680709 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद मॉन्ट्रियल में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं
HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी |
यदि कोई व्यक्ति ब्राह्मण है, तो उसकी प्राकृतिक योग्यता इस तरह होगी । वह क्या है ? सत्यम: वह सत्यवादी है । किसी भी परिस्थिति में वह सत्यवादी होगा । यहां तक कि एक दुश्मन को भी वह रहस्य का खुलासा करेगा, "यह तथ्य है ।" वह सच्चाई है, यह नहीं कि मैं बहुत सच्चा हूँ, लेकिन जब मेरा हित ख़तरे में पड़ जाता है, तो मैं झूठ बोलता हूँ । यह सच्चाई नहीं है । सच्चाई का मतलब है कि किसी भी परिस्थिति में वह सत्य बोल देगा । यह सत्यवाद है । सत्य शम । |
680709 - प्रवचन श्री.भा. ७.९.१० - मॉन्ट्रियल |