HI/740323 - मूर्ति को लिखित पत्र, बॉम्बे

Revision as of 09:05, 5 March 2019 by Harshita (talk | contribs) (Created page with "Category:HI/1974 - श्रील प्रभुपाद के पत्र Category:HI/श्रील प्रभुपाद के सभी पत्र हि...")
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
Letter to Murti das


त्रिदंडी गोस्वामी

ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी

संस्थापक-आचार्य:
अंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ

हरे कृष्ण लैंड, गांधी ग्राम रोड, जुहू, बॉम्बे 54

23 मार्च, 1974

प्रिय मूर्ति दास,

कृपया मेरे आशीर्वाद स्वीकार करो। मुझे तुम्हारा हाल ही का भेजा हुआ पत्र प्राप्त हुआ है, जिसमें तुमने अपनी पत्नी के साथ वृंदाबन आकर, हमारे कृष्ण बलराम मन्दिर में, विग्रह सेवा, निर्माण कार्य और प्रचार में सहायता करने का प्रस्ताव रखा है। वहां के अधिकारियों के साथ सलाह करने पर, हम सभी इस बात को मानते हैं कि यह एक उत्तम विचार होगा। तो कृपया अपने स्थानांतरण की तैयारियां करो। हमारा वृंदाबन मंदिर शायद हमारे पूरे आंदोलन में सबसे सुन्दर इमारत है और मैं चाहता हूँ कि कम से कम 25 जिम्मेदार व्यक्ति यहां हर समय रहें। चूंकि यह वृंदाबन है, यहां आने वाला प्रत्येक व्यक्ति आदर्श होना चाहिए, जिससे वृंदाबन के सारे निवासी, यहां तक की जिनकी वृत्ति ही आलोचना करने की है, यह देखें कि हम रूप गोस्वामी कि अगुवाई में षड्गोस्वामियों का यथार्थ अनुसरण कर रहें हैं। मैं चाहता हूँ कि जो भी यहां पर आएं, फिर चाहें गृहस्थ हों या सन्न्यासी, वे सब वास्तव में गोस्वामियों के स्तर का आचार करें। गोस्वामी का अर्थ है इन्द्रियां वश में करना और विभिन्न प्रकार की गतिविधियों के द्वारा दिन में 24 घंटे कृष्ण का गुणगान करते रहना। तुम अपनी आगे की योजनाओं के बारे में गुरुदास को पत्र लिख सकते हो।

सर्वदा तुम्हारा शुभाकांक्षी,

(हस्ताक्षरित)

ए.सी.भक्तिवेदान्त स्वामी

एसीबीएस/एसडीजी


इस्कॉन
3764 वात्सका एवेन्यू
लॉस एंजिल्स, कैलिफोर्निया 90034