HI/670327b प्रवचन - श्रील प्रभुपाद सैन फ्रांसिस्को में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं
HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी |
"तो मेरे आज के कर्म आगे की एक और नयी तस्वीर बना रहे हैं |
इसी प्रकार अपने वर्तमान कर्म से भी मैं अपने अगले शरीर का सृजन कर रहा हूँ |