HI/700218 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद लॉस एंजेलेस में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं

HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी
श्रीमद भगवतगीता में भगवन श्री कृष्णा हमे गीता के रूप में उपदेश देते है। परन्तु कलीयुग की समाप्ति तक मनुष्य इतना पदावनत हो जायेंगे की उपदेश देने की कोई सम्भावना ही नहीं रह जाएगी। तब उन्हें कोई उपदेश समझ नहीं आएगा। उस समय उनका संहार करना ही एकमात्र अस्त्र होगा। और जिनकी मृत्यु भगवन के हाथो हो वे मुक्ति प्राप्त करते है। यह भगवान् का अखिल दयालु गुण है। वे रक्षा करे या संहार करे निष्कर्ष समान निकलता है।
700218 - प्रवचन Festival Appearance Day, Lord Varaha, Varaha-dvadasi and Purport Dasavatara-stotra - लॉस एंजेलेस