HI/660220 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद न्यूयार्क में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं

Revision as of 04:55, 17 February 2022 by Meghna (talk | contribs)
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी
सम्पूर्ण विश्व के लिए, केवल एक मात्र सार्वजनिक शास्त्र है, जो समस्त विश्व के लोगों पर लागू है, और वह सार्वजनिक शास्त्र भगवद् गीता है। देवो देवकी-पुत्रेव। तथा समस्त विश्व के लिए एक ही भगवान हैं वे श्री कृष्ण हैं। एको मंत्रस तस्य नामानी। एवं एक ही स्तोत्र, एक ही मंत्र, एक ही प्रार्थना है और वह है भगवान कृष्ण के नाम का उच्चारण, हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे, हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे।
660219-20 - प्रवचन - भगवद गीता परिचय - न्यूयार्क