HI/671011 - रायराम को लिखित पत्र, कलकत्ता
ए.सी.भक्तिवेदांत स्वामी
शिविर कलकत्ता
अक्टूबर ११,१९६७
मेरे प्रिय रायराम, मुझे आपका पत्र उचित रूप से प्राप्त हुआ है। हाँ, आप बैक टू गोडहेड सफल बनाने का प्रयास करें जैसा कि आपने हाल ही में योजना बनाई है, और फिर आप लंदन जा सकते हैं। और क्योंकि आप इतने व्यस्त हैं, मैंने कीर्त्तनानन्द को वापस जाते समय लंदन जाने के लिए कहा लेकिन उन्हें यह विचार पसंद नहीं आया, और बिना किसी कारण के सीधे न्यूयॉर्क वापस चले गए। कृपया आप मुझे कुछ लेखन-सामग्री और बैक टू गॉडहेड की प्रतियां हवाई डाक द्वारा मेरे कलकत्ता के पते पर तुरंत भेजें।
कृपया सभी लड़के-लड़कियों को आशीर्वाद दें, और मधुसूदन को सूचित किया जाए कि मुझे उनका पत्र विधिवत प्राप्त हुआ है।
आपका नित्य शुभचिंतक,
श्रीमान ब्रह्मानन्द ब्रह्मचारी
अंतराष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ
२६, दूसरा पंथ, न्यू यॉर्क
एन.वाई. १०००३
ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी
सी/ओ मदन दत्ता, ७५ दुर्गाचरण
डॉक्टर गली, कलकत्ता-१४,
भारत
- HI/1967 - श्रील प्रभुपाद के पत्र
- HI/1967 - श्रील प्रभुपाद के प्रवचन,वार्तालाप एवं पत्र
- HI/1967-10 - श्रील प्रभुपाद के प्रवचन,वार्तालाप एवं पत्र
- HI/श्रील प्रभुपाद के पत्र जो लिखे गए - भारत से
- HI/श्रील प्रभुपाद के पत्र जो लिखे गए - भारत, कलकत्ता से
- HI/श्रील प्रभुपाद के प्रवचन,वार्तालाप एवं पत्र - भारत
- HI/श्रील प्रभुपाद के प्रवचन,वार्तालाप एवं पत्र - भारत, कलकत्ता
- HI/श्रील प्रभुपाद के पत्र - रायराम को
- HI/1967 - श्रील प्रभुपाद के पत्र - मूल पृष्ठों के स्कैन सहित
- HI/श्रील प्रभुपाद के सभी पत्र हिंदी में अनुवादित
- HI/सभी हिंदी पृष्ठ