HI/610331 - सिंधिया स्टीम नेविगेशन कंपनी लिमिटेड को लिखित पत्र, दिल्ली

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सिंधिया स्टीम नेविगेशन कंपनी लिमिटेड को पत्र (पृष्ठ १ से २)
सिंधिया स्टीम नेविगेशन कंपनी लिमिटेड को पत्र (पृष्ठ २ से २)


मार्च ३१, १९६१

उप प्रबंधक,
सिंधिया स्टीम नेविगेशन कंपनी लिमिटेड
सिंधिया हाउस, डगल रोड
बैलार्ड एस्टेट, बॉम्बे-१।

श्रीमान,

कृपया अपने पत्र क्रमांक ओपीडी/निःशुल्क/३६९ दिनांक ३०/१२/५८ का उल्लेख करें और मैं आपको सूचित करना चाहता हूं कि आप मुझे भारत से यू.एस.ए. में ५०% रियायत देने के लिए सहमत हुए और ५०% शुल्क का भी भुगतान न कर पाने के कारण मुझे अपनी यात्रा स्थगित करनी पड़ी। मैं एक संन्यासी हूं और पारलौकिक संदेश के प्रचार के लिए मेरे खर्चे हर परोपकारी व्यक्ति द्वारा वहन किए जाते हैं। हाल ही में मुझे जापानी दोस्तों द्वारा एक अंतर्राष्ट्रीय कांग्रेस में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है, जो कि मानवीय भावना के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय कांग्रेस में भाग लेने के लिए है और आमंत्रण प्रमाणपत्र की प्रति स्वयं बोलेगी।

इसलिए मैं आपसे अनुरोध करूंगा कि मुझे जापान से जाने और वापस आने के लिए पूरी रियायत दी जाए। भारत को विश्व को मानवीय भावना की खेती करना सिखाता है और हमें इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए सहयोग दे और भारत के आध्यात्मिक मूल्य की मूल संस्कृति को बढ़ाएं जिसके लिए भारत के बाहर के देश उसे लेने के लिए हमेशा उत्सुक हैं।

मेरे उपरोक्त शिविर के पते पर शीघ्र उत्तर देने पर मैं अपनी जापान यात्रा की व्यवस्था कर सकूंगा।

आपको प्रत्याशा में धन्यवाद,

आपका भवदीय,
( ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी )

वास्तविक प्रति।

सांस्कृतिक सद्भाव के लिए इंटरनेशनल फाउंडेशन से।
पी.ओ. बॉक्स नंबर ४३, नुमाज़ी सिटी, जापान।

सर्टिफिकेट।

उनके लिए जो इससे सम्बंधित हैं।

यह प्रमाणित किया जाता है कि श्री ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी १/८५९, केसी घाट पी.ओ. वृंदाबन (मथुरा) उ.प्र. भारत, “कॉन्ग्रेस फॉर कल्टिवेटिंग ह्यूमन स्पिरिट" के लिए एक आगंतुक सहयोगी हैं, जो १० मई से २४ मई १९६१ तक जापान के महत्वपूर्ण स्थानों पर इंटरनेशनल फ़ाउंडेशन फॉर कल्चरल हार्मनी के तत्वावधान में आयोजित किया जाएगा।

यह तो साफ़-जाहिर है की इनके निवास और बोर्डिंग की वयवस्था हमरे द्वारा ही की जाएगी और इसका भुक्तान खर्च भी हम ही करेंगे।

यदि १० मई १९६१ से पहले जापान आने के लिए इन्हे आवश्यक पासपोर्ट और जापान जाने के लिए वीजा दिया जाता है तो यह एक बड़ा उपकार होगा।

एसडी/- तोशिहिरो नाकानो
महा सचिव
इंटरनेशनल फाउंडेशन
सांस्कृतिक सद्भाव के लिए।

ध्यान दीजिये जापान, यू.एस.ए. की तुलना में कहीं अधिक निकट है और इसलिए पूर्ण रियायत में भी जापान की यात्रा के लिए आपका बलिदान यू.एस.ए. के लिए ५०% से अधिक रियायत नहीं होगी। मुझे आशा है कि आप इस अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक सौहार्द के लिए सहमत होंगे और मुझे प्रति डाक द्वारा वापिस बतायंगे।

एक बार फिर आपको धन्यवाद।

आपका आदि