HI/670315 - कीर्त्तनानन्द को लिखित पत्र, सैन फ्रांसिस्को

Revision as of 14:15, 16 June 2021 by Uma (talk | contribs)
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
जदुरानी को पत्र


अंतराष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ
२६ पंथ, न्यूयॉर्क, एन.वाई. १०००३
टेलीफोन: ५६४-६६७०

आचार्य:स्वामी ए.सी. भक्तिवेदांत
१५ मार्च,१९६७

मेरे प्रिय कीर्तनानंद,
कृपया मेरा आशीर्वाद स्वीकार करें, और सभी भक्तो को मेरी ओर से आशीर्वाद प्रदान करे। मुझे उम्मीद है कि इस बार आपको न्यू यॉर्क से एक और $ १००.०० प्राप्त हुए होंगे जो कि पास बुक के कारण विलंबित थे। हालांकि बैंक ने मुझे इस $ १००.०० के लिए विकलन पत्र भेजा है। मैं यह जानने के लिए उत्सुक हूं कि आपने मेरे व्याख्यानों के संपादन के बारे में क्या किया है। आपने कुछ किया है या नहीं। मुझे इस संबंध में आपसे सुनकर खुशी होगी। ठंड के अचानक हमले के कारण मैं चार दिनों तक अस्वस्थ था। अब मैं ठीक हूं। कृपया मुझे उन सभी कार्यों के लिए एक साप्ताहिक विवरण भेजें जो आप वहां कर रहे हैं। मैं समझता हूं कि जदुरानी वहीं हैं, और वह अच्छा कर रही हैं। मैं उसके लिए एक काम भेज रहा हूँ। मैं ९ अप्रैल १९६७ तक न्यूयॉर्क लौट रहा हूं।

आपका नित्य शुभचिंतक,
ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी

संलग्नक: २