HI/670606 - मुकुंद को लिखित पत्र, न्यू यॉर्क

Revision as of 09:16, 5 May 2021 by Dhriti (talk | contribs)
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
मुकुंद को पत्र


अंतराष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ
२६ दूसरा एवेन्यू, न्यूयॉर्क, एन.वाई. १०००३
टेलीफोन: ६७४-७४२८

आचार्य:स्वामी ए.सी. भक्तिवेदांत
समिति:
६/६/६७
लैरी बोगार्ट
जेम्स एस. ग्रीन
कार्ल इयरगन्स
राफेल बालसम
रॉबर्ट लेफ्कोविट्ज़
रेमंड मराइस
स्टैनले मॉस्कोविट्ज़
माइकल ग्रांट
हार्वे कोहेन
मेरे प्रिय मुकुंद,
आपने जो रिकॉर्ड श्री राम, जय राम, जय जय राम, और अन्य कीर्तन गायन को भेजा है वह वास्तव में नया है और हमने इस रिकॉर्ड का अच्छी तरह से आनंद लिया है। यह नारद मुनि गीत आपके देश के धुन में है और मुझे लगता है कि यह कई आम लोगों को कीर्तन में शामिल होने के लिए आकर्षित करेगा, इसलिए आप इस कीर्तन का और अधिक अभ्यास करें ताकि आप रथयात्रा उत्सव के दौरान, इसे जुलूस के साथ, गायन कर सकें।
कृपया सभी भक्तों, लड़कों और लड़कियों, खासकर जानकी देवी को सूचित करें कि मैं स्वस्थ्य हो रहा हूँ। जैसे ही मुझे यात्रा के लिए थोड़ी ताकत मिलेगी, मैं सैन फ्रांसिस्को आ जाऊंगा। इस दौरान मुझे यह जानकर बहुत खुशी होगी कि रथयात्रा उत्सव के लिए आप क्या व्यवस्था करने जा रहे हैं। इसे संयुक्त राज्य अमेरिका में एक भव्य जुलूस और अद्वितीय चीज़ बनाएं।
कृपया उपेंद्र को सूचित करें कि मैंने उनके सेवा व्यवहार वाले पत्र की बहुत सराहना की है। यह सेवा रवैया कृष्ण चेतना में रहस्योद्घाटन की एक बड़ी संपत्ति है।

आपका नित्य शुभचिंतक,

ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी

विशेष टिपण्णी: जयानंद को सूचित करें कि मुझे उनका पत्र मिला है और जीवन की कठिनाइयाँ मौसमी बदलाव जैसे आ सकती हैं लेकिन हमें इन कठिनाइयों से परेशान नहीं होना चाहिए। हमारी प्रक्रिया जप करना है और उस प्रक्रिया से धीरे-धीरे सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा। बाधित होने की कोई बात नहीं है--आपको उत्साह के साथ अपने काम पर जाना चाहिए और सब कुछ हल हो जाएगा। हम कृष्ण चेतना के अच्छे मुकाम पर हैं।