HI/670627 - श्री कृष्ण पंडित को लिखित पत्र, न्यू यॉर्क
२७ जून, १९६७
मेरे प्रिय श्री कृष्ण पंडित,
कृपया मेरी शुभकामनाएं स्वीकार करें। १५ जून, १९६७ के आपके पत्र के लिए मैं आपका बहुत आभारी हूं। भगवान कृष्ण के लिए आपकी प्रार्थना प्रभु द्वारा सुनी जाती है, और उनकी कृपा से मैं दिन-प्रतिदिन स्वास्थ्य में सुधार कर रहा हूं। भारत लौटने के आपके सुझाव का स्वागत है। जैसे ही मुझे थोड़ी ताकत मिलती है मैं भारत लौट जरूर आता हूं। मैं आपके दामाद योग राज शर्मा को भी उनके सुझाव के लिए धन्यवाद देता हूं।
जैसा कि आप अभी तक स्वरधर यन्त्र रिकॉर्ड प्राप्त नहीं किया है, मुझे लगता है कि यह किसी ने अन्य व्यक्ति द्वारा ले लिया गया है। इसलिए मैंने अपने छात्रों को पंजीकृत डाक से दूसरा भेजने की सलाह दी है। उस रिकॉर्ड के साथ ५० रुपये का चेक भी था (चेक क्रमांक ००५५४४७, दिनांक १५ अप्रैल, १९६७) अपने पक्ष में, इसलिए आप बैंक ऑफ बड़ौदा, चांदनीचौक, दिल्ली जाएं और इस पत्र को दिखाकर भुगतान बंद करें, और आप से सुनने पर मैं आपको यहां से नकद भेजने की व्यवस्था करूंगा। आपके पूर्व पत्र का यहां से उचित उत्तर दिया गया था। मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप श्रीमान फतेहपुरी में एएस बृजबासे सीओ को देखें। हमने उन्हें चित्रों और $ १०० के लिए एक आदेश भेजा है, लेकिन वे चुप हैं। कृपया पूछताछ करें कि धन और आदेश का भाग्य क्या है।
अपनी पत्नी और बच्चों के लिए मेरा आशीर्वाद।
आशा है कि आप अच्छी तरह से कर रहे हैं, और आपका एक बार फिर से शुक्रिया अदा।
आपका नित्य शुभचिंतक,
ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी
[अस्पष्ट]
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