HI/680925 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद सिएटल में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं

HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी
“जो कोइ भी भग्वान चैतन्य कि तरह केह्ता है, श्रि क्रुश्न कि तरह केह्ता है, तो वह पुरुश गुरु है I

जिस तरह से एक अध्यापक केह्ता है, “मै M.A तक पढ़ा हु I” तो इस बात का क्या प्रमाण है? इस्का मतलब है कि अगर वोह उन लोगो कि तरह बात करे जो M.A पास है, उस्का मतमब है कि वोह भि M.A पास है I एक चिकित्सा व्यवसायी को चिकित्सा महाविद्यालय में अन्य चिकित्सा चिकित्सकों द्वारा अनुमोदित किया जाता है, कि वह चिकित्सा व्यवसायी हैं I उस्सि तरह से अगर तुम्हे यह जाच्ना हो कि कोइ एक अस्लि आध्यात्मिक गुरु है कि नहि तोह तुम्हे एक परम गुरु को देखना चाहिये जैसे श्रि क्रिश्ना और भग्वान श्रि चैतन्य I यीशु, बुद्धा, वे भी आध्यात्मिक गुरु है लेकिन उन्होंने विभिन्न परिस्थितियों में बात की थीI यह अलग बात है I लेकिन अगर आप जानना चाहते हैं एक आध्यात्मिक गुरु कौन है तो आपको उसे जांचना होगा कि क्या वह वास्तव में सच्चे आध्यात्मिक गुरु की तरह बोल रहा है कि नहि I”

680925 - Lecture TLC - Seattle