HI/690118 - सत्स्वरुप को लिखित पत्र, लॉस एंजिलस

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His Divine Grace A.C. Bhaktivedanta Swami Prabhupāda



जनवरी १८,१९६९


मेरे प्रिय सत्स्वरुप,
कृपया मेरा आशीर्वाद स्वीकार करें। मैं ११ जनवरी १९६९ के आपके पत्र की यथोचित प्राप्ति में हूँ, और विषय को ध्यान से नोट कर ली है। इस पत्र से मैं समझ सकता हूं कि पाठ संख्या ६ और ७ तीसरी कैंटो की पांडुलिपि से गायब हैं जो आपके पास बोस्टन में है। मूल पांडुलिपि न्यूयॉर्क में है, और जब मैं वहां जाऊंगा तो, शायद अप्रैल में, मैं आपके लिए इसे ढूंढूंगा। इस बीच, आप इन अनुपलब्ध ग्रंथों के लिए चार पृष्ठों को छोड़ सकते हैं, और बाद में भरे जाने वाले चार नंबरों को छोड़ देने के बाद क्रमांकन जारी रखें। बोस्टन मंदिर में नई रह रही तीन लड़कियों को मेरा आशीर्वाद, नामतः जोय फुलचर, अर्लेन वार्मब्रांड, और रीता। मुझे आशा है कि आप सब अच्छे हैं।

आपका नित्य शुभचिंतक,

ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी