HI/690122b प्रवचन - श्रील प्रभुपाद लॉस एंजेलेस में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं: Difference between revisions

 
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{{Audiobox_NDrops|HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी|<mp3player>https://s3.amazonaws.com/vanipedia/Nectar+Drops/690122BG-LOS_ANGELES_ND_02.mp3</mp3player>|"आपका हर जगह जन्म होगा, कृष्ण गुरु नही मिले भज हरि एई। लेकिन आप कृष्ण और आध्यात्मिक गुरु आसानी से नहीं पा सकते। आपके पास इन सभी शारीरिक सुखों के लिए सुविधा हो सकती है- खाना, सोना, संभोग और बचाव - किसी भी जीवन में, लेकिन कृष्ण और आध्यात्मिक गुरु इस जीवन में हो सकता है, मानव रूप में, कृष्ण गुरु नाहि मील। जनमे जनमे सब पिता माता पाया (प्रेम-विवर्त)। बहुत ही सरल: किसी भी जन्म में आपको एक पिता और माता मिलेगी, क्योंकि पिता और माता के बिना जन्म का सवाल ही नहीं है! जनमे जनमे सबे पिता माता पाया। हर जन्म में आपको पिता और माता प्राप्त हो सकते हैं। लेकिन कृष्ण गुरु नही मिले भज हरि एई: लेकिन आपको हमेशा याद रखना चाहिए कि कृष्ण और आध्यात्मिक गुरु हर जन्म में नहीं हो सकते। इसलिए उस चीज़ की तलाश की जानी चाहिए: कहाँ है कृष्ण? कहाँ आध्यात्मिक गुरु? वह जीवन की पूर्णता है।"|Vanisource:690122 - Lecture BG 05.01-02 - Los Angeles|690122 - प्रवचन भ. गी. ५. १-२ - लॉस एंजेलेस}}
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Latest revision as of 23:37, 4 May 2020

HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी
"आपका हर जगह जन्म होगा, कृष्ण गुरु नही मिले भज हरि एई। लेकिन आप कृष्ण और आध्यात्मिक गुरु आसानी से नहीं पा सकते। आपके पास इन सभी शारीरिक सुखों के लिए सुविधा हो सकती है- खाना, सोना, संभोग और बचाव - किसी भी जीवन में, लेकिन कृष्ण और आध्यात्मिक गुरु इस जीवन में हो सकता है, मानव रूप में, कृष्ण गुरु नाहि मील। जनमे जनमे सब पिता माता पाया (प्रेम-विवर्त)। बहुत ही सरल: किसी भी जन्म में आपको एक पिता और माता मिलेगी, क्योंकि पिता और माता के बिना जन्म का सवाल ही नहीं है! जनमे जनमे सबे पिता माता पाया। हर जन्म में आपको पिता और माता प्राप्त हो सकते हैं। लेकिन कृष्ण गुरु नही मिले भज हरि एई: लेकिन आपको हमेशा याद रखना चाहिए कि कृष्ण और आध्यात्मिक गुरु हर जन्म में नहीं हो सकते। इसलिए उस चीज़ की तलाश की जानी चाहिए: कहाँ है कृष्ण? कहाँ आध्यात्मिक गुरु? वह जीवन की पूर्णता है।"
690122 - प्रवचन भ. गी. ५. १-२ - लॉस एंजेलेस