HI/690225 - इंदिरा को लिखित पत्र, लॉस एंजिल्स: Difference between revisions

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मेरी प्रिय इंदिरा,
मेरी प्रिय इंदिरा,


कृपया मेरा आशीर्वाद स्वीकार करें। आपके द्वारा मुझे भेजे गए बहुत अच्छे चित्रों के साथ मुझे आपका १४ फरवरी, १९६९ का पत्र प्राप्त हुआ है। इसके लिए मैं आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं और कृष्ण की सेवा करने के आपके ईमानदार प्रयासों से मैं हमेशा बहुत प्रसन्न हूं।
कृपया मेरा आशीर्वाद स्वीकार करें। आपके द्वारा मुझे भेजे गए बहुत अच्छे चित्रों के साथ, मुझे आपका १४ फरवरी, १९६९ का पत्र प्राप्त हुआ है। इसके लिए मैं आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं, और कृष्ण की सेवा करने के आपके ईमानदार प्रयासों से मैं हमेशा बहुत प्रसन्न हूं।


कृष्ण पुस्तक के लिए हमें चित्रों की आवश्यकता होगी, इसलिए हमें किसी नक़्क़ाशी और लकड़बग्घा की आवश्यकता नहीं होगी। तो आप मुझे अपने चित्रों के कुछ नमूने भेज सकते हैं और फिर मैं आपको कुछ सुझाव दूंगा।लेकिन वैसे भी, आप अपनी बहुत अच्छी कलात्मक प्रतिभा में सुधार करना जारी रखें और यह जल्द ही पूर्णता की स्थिति में आ जाएगा। कलाकार सामग्री के बारे में अपने प्रश्न के संबंध में, आप किसी भी सामग्री का उपयोग कर सकते हैं जो अच्छी पेंटिंग बनाने में उपयोगी होगी।
कृष्ण पुस्तक के लिए हमें चित्रों की आवश्यकता होगी, इसलिए हमें किसी नक़्क़ाशी और लकड़बग्घा की आवश्यकता नहीं होगी। तो आप मुझे अपने चित्रों के कुछ नमूने भेज सकते हैं, और फिर मैं आपको कुछ सुझाव दूंगा। लेकिन वैसे भी, आप अपनी बहुत अच्छी कलात्मक प्रतिभा में सुधार करना जारी रखें, और यह जल्द ही पूर्णता की स्थिति में आ जाएगा। कलाकार सामग्री के बारे में आपके प्रश्न से सम्बंधित, आप किसी भी सामग्री का उपयोग कर सकते हैं जो अच्छी चित्रकारी बनाने में उपयोगी होगी।
मुझे उम्मीद है कि यह आपसे बहुत अच्छे स्वास्थ्य और उल्लसित मनोदशा में मिलेगा।<br/>


मुझे उम्मीद है कि यह आपसे बहुत अच्छे स्वास्थ्य और उल्लसित मनोदशा में मिलेंगे।<br/>
आपका नित्य शुभचिंतक,<br/>


आपके नित्य शुभचिंतक,<br/>
ए. सी. भक्तिवेदांत स्वामी<br/>
 
एसी भक्तिवेदांत स्वामी<br/>

Latest revision as of 13:21, 25 August 2021

His Divine Grace A.C. Bhaktivedanta Swami Prabhupāda


फरवरी २५, १९६९


मेरी प्रिय इंदिरा,

कृपया मेरा आशीर्वाद स्वीकार करें। आपके द्वारा मुझे भेजे गए बहुत अच्छे चित्रों के साथ, मुझे आपका १४ फरवरी, १९६९ का पत्र प्राप्त हुआ है। इसके लिए मैं आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं, और कृष्ण की सेवा करने के आपके ईमानदार प्रयासों से मैं हमेशा बहुत प्रसन्न हूं।

कृष्ण पुस्तक के लिए हमें चित्रों की आवश्यकता होगी, इसलिए हमें किसी नक़्क़ाशी और लकड़बग्घा की आवश्यकता नहीं होगी। तो आप मुझे अपने चित्रों के कुछ नमूने भेज सकते हैं, और फिर मैं आपको कुछ सुझाव दूंगा। लेकिन वैसे भी, आप अपनी बहुत अच्छी कलात्मक प्रतिभा में सुधार करना जारी रखें, और यह जल्द ही पूर्णता की स्थिति में आ जाएगा। कलाकार सामग्री के बारे में आपके प्रश्न से सम्बंधित, आप किसी भी सामग्री का उपयोग कर सकते हैं जो अच्छी चित्रकारी बनाने में उपयोगी होगी। मुझे उम्मीद है कि यह आपसे बहुत अच्छे स्वास्थ्य और उल्लसित मनोदशा में मिलेगा।

आपका नित्य शुभचिंतक,

ए. सी. भक्तिवेदांत स्वामी