HI/690227 - उद्धव को लिखित पत्र, लॉस एंजिल्स: Difference between revisions

(Created page with "Category:HI/1969 - श्रील प्रभुपाद के पत्र‎ Category:HI/1969 - श्रील प्रभुपाद के प्रवचन,...")
 
No edit summary
 
Line 21: Line 21:
मेरे प्रिय उद्धव,  
मेरे प्रिय उद्धव,  


कृपया मेरा आशीर्वाद स्वीकार करें। मुझे आपका २५ फरवरी, १९६९ का पत्र प्राप्त हुआ है और इसके लिए मैं आपको बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं।बैक टू गॉडहेड में उन चित्रों के संबंध में जिनका आप छायाचित्र बनाना सीख रहे हैं, वे सभी प्रकार के होंगे। जब भी संभव होगा हम अच्छी पेंटिंग प्रकाशित करेंगे, और कभी-कभी हमारे भक्तों और उनकी गतिविधियों की तस्वीरें भी होंगी।
कृपया मेरा आशीर्वाद स्वीकार करें। मुझे आपका २५ फरवरी, १९६९ का पत्र प्राप्त हुआ है, और इसके लिए मैं आपको बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं ।बैक टू गॉडहेड में उन चित्रों के संबंध में जिनका आप छायाचित्र बनाना सीख रहे हैं, वे सभी प्रकार के होंगे। जब भी संभव होगा हम अच्छी चित्र प्रकाशित करेंगे, और कभी-कभी हमारे भक्तों और उनकी गतिविधियों की तस्वीरें भी होंगी।


कृष्ण निश्चित रूप से आपको सभी सुविधाएं और प्रोत्साहन देंगे यदि आप उनके लिए बहुत ईमानदारी से काम करते हैं क्योंकि सब कुछ कृष्ण का है।हम जो कुछ भी चाहते हैं उन्हे देना  में एक सेकंड भी नहीं लगता है, बशर्ते ऐसी चीज भगवान की सेवा में लगी हो। तो आप बस कृष्ण की सबसे अच्छी सेवा करने की इच्छा रखिये और किसी चीज की कमी नहीं होगी।इसे मुझसे निश्चित रूप से जानें। मुझे लगता है कि आप नारा नारायण को सूचित कर सकते हैं कि यदि उनका न्यूयॉर्क में कोई व्यवसाय नहीं है तो वे निर्माण कार्य के लिए तुरंत न्यू वृंदावन जा सकते हैं।
कृष्ण निश्चित रूप से आपको सभी सुविधाएं और प्रोत्साहन देंगे यदि आप उनके लिए बहुत ईमानदारी से काम करते हैं, क्योंकि सब कुछ कृष्ण का है। हम जो कुछ भी चाहते हैं उन्हे हमे देने में एक सेकंड भी नहीं लगता है, बशर्ते ऐसी चीज भगवान की सेवा में लगी हो। तो आप बस कृष्ण की सबसे अच्छी सेवा करने की इच्छा रखिये, और किसी चीज की कमी नहीं होगी। इसे मुझसे निश्चित रूप से जानें। मुझे लगता है कि आप नर नारायण को सूचित कर सकते हैं कि यदि उनका न्यूयॉर्क में कोई व्यवसाय नहीं है, तो वे निर्माण कार्य के लिए तुरंत न्यू वृंदावन जा सकते हैं।


मैं आपकी तस्वीरों से देख सकता हूं कि आप इतनी बड़ी इस्कॉन बुलेट तैयार कर रहे हैं। यह बहुत आकर्षक है, और दुर्भाग्य से मैं उन्हें आपके साथ साझा नहीं कर सकता। लेकिन मैं इस बात से बहुत संतुष्ट हूं कि आप जगन्नाथ स्वामी के प्रसाद का आनंद ले रहे हैं।लेकिन मैं बहुत संतुष्ट हूं कि आप इस तरह की चीजों का जगन्नाथ स्वामी के प्रसाद के रूप में आनंद ले रहे हैं।
मैं आपकी तस्वीरों से देख सकता हूं कि आप इतनी बड़ी इस्कॉन बुलेट तैयार कर रहे हैं। यह बहुत आकर्षक है, और दुर्भाग्य से मैं उन्हें आपके साथ साझा नहीं कर सकता। लेकिन मैं बहुत संतुष्ट हूं कि आप इस तरह की चीजों को जगन्नाथ स्वामी के प्रसाद के रूप में आनंद ले रहे हैं।


आपके आध्यात्मिक गुरु के निर्देशों का पालन करने के आपके सरल दर्शन के लिए मैं आपको बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं। वह कृष्ण भावनामृत समझ का उदात्त दर्शन है; कृष्ण और आध्यात्मिक गुरु में निहित विश्वास। यह आपकी घर वापसी के अंतिम लक्ष्य की ओर निरंतर प्रगति करेगा, वापस भगवान की ओर।
आपके आध्यात्मिक गुरु के निर्देशों का पालन करने के आपके सरल तत्त्वज्ञान के लिए मैं आपको बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं। वह कृष्ण भावनामृत समझ का उदात्त दर्शन है; कृष्ण और आध्यात्मिक गुरु में निहित विश्वास। यह आपकी भगवत धाम वापसी के अंतिम लक्ष्य की ओर निरंतर प्रगति करेगा, वापस भगवत धाम की ओर।


आपके अच्छे पत्र के लिए पुनः धन्यवाद। मुझे आशा है कि यह आपको अच्छे स्वास्थ्य में मिलेगा।<br/>
आपके अच्छे पत्र के लिए पुनः धन्यवाद। मुझे आशा है कि यह आपको अच्छे स्वास्थ्य में मिलेगा।<br/>


आपका नित्य शुभचिंतक,<br/>
आपका नित्य शुभचिंतक,<br/>


एसी भक्तिवेदांत स्वामी
ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी

Latest revision as of 14:15, 25 August 2021

His Divine Grace A.C. Bhaktivedanta Swami Prabhupāda


फरवरी २७, १९६९


मेरे प्रिय उद्धव,

कृपया मेरा आशीर्वाद स्वीकार करें। मुझे आपका २५ फरवरी, १९६९ का पत्र प्राप्त हुआ है, और इसके लिए मैं आपको बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं ।बैक टू गॉडहेड में उन चित्रों के संबंध में जिनका आप छायाचित्र बनाना सीख रहे हैं, वे सभी प्रकार के होंगे। जब भी संभव होगा हम अच्छी चित्र प्रकाशित करेंगे, और कभी-कभी हमारे भक्तों और उनकी गतिविधियों की तस्वीरें भी होंगी।

कृष्ण निश्चित रूप से आपको सभी सुविधाएं और प्रोत्साहन देंगे यदि आप उनके लिए बहुत ईमानदारी से काम करते हैं, क्योंकि सब कुछ कृष्ण का है। हम जो कुछ भी चाहते हैं उन्हे हमे देने में एक सेकंड भी नहीं लगता है, बशर्ते ऐसी चीज भगवान की सेवा में लगी हो। तो आप बस कृष्ण की सबसे अच्छी सेवा करने की इच्छा रखिये, और किसी चीज की कमी नहीं होगी। इसे मुझसे निश्चित रूप से जानें। मुझे लगता है कि आप नर नारायण को सूचित कर सकते हैं कि यदि उनका न्यूयॉर्क में कोई व्यवसाय नहीं है, तो वे निर्माण कार्य के लिए तुरंत न्यू वृंदावन जा सकते हैं।

मैं आपकी तस्वीरों से देख सकता हूं कि आप इतनी बड़ी इस्कॉन बुलेट तैयार कर रहे हैं। यह बहुत आकर्षक है, और दुर्भाग्य से मैं उन्हें आपके साथ साझा नहीं कर सकता। लेकिन मैं बहुत संतुष्ट हूं कि आप इस तरह की चीजों को जगन्नाथ स्वामी के प्रसाद के रूप में आनंद ले रहे हैं।

आपके आध्यात्मिक गुरु के निर्देशों का पालन करने के आपके सरल तत्त्वज्ञान के लिए मैं आपको बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं। वह कृष्ण भावनामृत समझ का उदात्त दर्शन है; कृष्ण और आध्यात्मिक गुरु में निहित विश्वास। यह आपकी भगवत धाम वापसी के अंतिम लक्ष्य की ओर निरंतर प्रगति करेगा, वापस भगवत धाम की ओर।

आपके अच्छे पत्र के लिए पुनः धन्यवाद। मुझे आशा है कि यह आपको अच्छे स्वास्थ्य में मिलेगा।

आपका नित्य शुभचिंतक,

ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी