HI/690327 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद हवाई में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं: Difference between revisions

 
No edit summary
 
(One intermediate revision by one other user not shown)
Line 1: Line 1:
[[Category:HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी]]
[[Category:HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी]]
[[Category:HI/अमृत वाणी - १९६७‎‎]]
[[Category:HI/अमृत वाणी - १९६९‎‎]]
[[Category:HI/अमृत वाणी - हवाई]]
[[Category:HI/अमृत वाणी - हवाई]]
{{Audiobox_NDrops|Nectar Drops from Srila Prabhupada|<mp3player>https://s3.amazonaws.com/vanipedia/Nectar+Drops/690327RN-HAWAII_ND_01.mp3</mp3player>|"हमने इस युग के केवल पांच हज़ार वर्ष बिठाये है। इसके पहले द्वारपा-युग था । द्वारपा-युग का अर्थ है ८००,००० साल । और उसके पहले, त्रेता-युग था, जो बारह सौ हजार साल तक चलता रहा। इसका मतलब कम से कम दो लाख साल पहले, भगवान श्री रामचंद्र इस ग्रह पर उपस्थित थे।"|Vanisource:690327 - Lecture Festival Appearance Day, Lord Ramacandra, Rama-Navami - Hawaii|690327 - Lecture Festival Appearance Day, Lord Ramacandra, Rama-Navami - Hawaii}}
<!-- BEGIN NAVIGATION BAR -- DO NOT EDIT OR REMOVE -->
{{Nectar Drops navigation - All Languages|Hindi|HI/690324 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद हवाई में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं|690324|HI/690328 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद हवाई में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं|690328}}
<!-- END NAVIGATION BAR -->
{{Audiobox_NDrops|Nectar Drops from Srila Prabhupada|<mp3player>https://s3.amazonaws.com/vanipedia/Nectar+Drops/690327RN-HAWAII_ND_01.mp3</mp3player>|हमने कलियुग के केवल पाँच हजार वर्ष गुजारे हैं। इसके पहले द्वापर-युग था। द्वापर-युग का अर्थ है ८,००,००० साल। और उसके पहले, त्रेता-युग था, जो बारह लाख साल तक चलता रहा। इसका अर्थ यह हुआ कम से कम बीस लाख वर्ष पहले, भगवान श्री रामचंद्र इस ग्रह पर उपस्थित थे।|Vanisource:690327 - Lecture Festival Appearance Day, Lord Ramacandra, Rama-Navami - Hawaii|690327 - प्रवचन, भगवान् रामचंद्र प्राकट्य दिन महोत्सव, राम नवमी - हवाई}}

Latest revision as of 15:26, 4 September 2022

Nectar Drops from Srila Prabhupada
हमने कलियुग के केवल पाँच हजार वर्ष गुजारे हैं। इसके पहले द्वापर-युग था। द्वापर-युग का अर्थ है ८,००,००० साल। और उसके पहले, त्रेता-युग था, जो बारह लाख साल तक चलता रहा। इसका अर्थ यह हुआ कम से कम बीस लाख वर्ष पहले, भगवान श्री रामचंद्र इस ग्रह पर उपस्थित थे।
690327 - प्रवचन, भगवान् रामचंद्र प्राकट्य दिन महोत्सव, राम नवमी - हवाई