HI/690410b प्रवचन - श्रील प्रभुपाद न्यूयार्क में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं

Nectar Drops from Srila Prabhupada
"उन्नत कृष्ण जागरूक व्यक्ति के पास एक आध्यात्मिक शरीर होता है ऐसा माना जाता है । ऐसा उदहारण जो मैंने कई बार दिया है: जिस तरह लोहे की छड़ी की तरह। आप आग में डालते हैं, यह गर्म और गर्म हो जाता है। जितना वह आग से जुड़ा हुआ है, वह बन जाता है, गर्म, गर्म, गर्म ।और अंत में यह लाल गर्म हो जाता है, इसलिए उस समय, अगर किसी भी अन्य चीज़ को लोहा स्पर्श होता है, तो वह जलता है। यह लोहे के रूप में कार्य नहीं करता है, यह आग की तरह काम करता है। उसी तरह कृष्ण चेतना, निरंतर जप, आप अपने शरीर को आध्यात्मिकता बना देंगे। इस समय, जहाँ भी तुम जाते हो, जहाँ भी तुम छूते हो, वह भी आध्यात्मिक हो जाएगा।"
690410 - Lecture SB 02.01.01-4 - New York