HI/690613 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद न्यू वृन्दावन में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं: Difference between revisions

 
No edit summary
 
Line 5: Line 5:
{{Nectar Drops navigation - All Languages|Hindi|HI/690611b प्रवचन - श्रील प्रभुपाद न्यू वृन्दावन में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं|690611b|HI/690616 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद न्यू वृन्दावन में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं|690616}}
{{Nectar Drops navigation - All Languages|Hindi|HI/690611b प्रवचन - श्रील प्रभुपाद न्यू वृन्दावन में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं|690611b|HI/690616 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद न्यू वृन्दावन में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं|690616}}
<!-- END NAVIGATION BAR -->
<!-- END NAVIGATION BAR -->
{{Audiobox_NDrops|Nectar Drops from Srila Prabhupada|<mp3player>https://s3.amazonaws.com/vanipedia/Nectar+Drops/690613SB-NEW_VRINDABAN_ND_01.mp3</mp3player>|श्रीमद-भागवतम के प्रत्येक शब्द, स्पष्टीकरण की मात्रा से भरपूर, प्रत्येक शब्द । यह श्रीमद-भागवतम है, विद्या-भागवतावधि । एक व्यक्ति के ज्ञान को तब समझा जाएगा जब वह श्रीमद-भागवतम को समझने में सक्षम होगा । विद्या, विद्या का अर्थ सीखना है, ये विज्ञान, वह विज्ञान नहीं । जब कोई वास्तविक परिप्रेक्ष्य में श्रीमद-भागवतम को समझ सकता है, तो ये समझा जाना चाहिए कि उसने अपनी सभी शैक्षणिक प्रगति पूरी कर ली है ।|Vanisource:690613 - Lecture SB 01.05.13 - New Vrindaban, USA|690613 - प्रवचन श्री.भा. १.५.१३ - न्यु वृन्दावन, अमरीका}}
{{Audiobox_NDrops|Nectar Drops from Srila Prabhupada|<mp3player>https://s3.amazonaws.com/vanipedia/Nectar+Drops/690613SB-NEW_VRINDABAN_ND_01.mp3</mp3player>|श्रीमद-भागवतम के प्रत्येक शब्द, स्पष्टीकरण की मात्रा से भरपूर हैं प्रत्येक शब्द । यह श्रीमद-भागवतम है, विद्या-भागवतावधि । एक व्यक्ति के ज्ञान को तब समझा जाएगा जब वह श्रीमद-भागवतम को समझने में सक्षम होगा । विद्या, विद्या का अर्थ सीखना है, इस भागवतम् के विज्ञान को समझना, वह भौतिक जगत का विज्ञान नहीं । जब कोई वास्तविक परिप्रेक्ष्य में श्रीमद-भागवतम को समझ सकता है, तो यह समझा जाना चाहिए कि उसने अपनी सभी शैक्षणिक प्रगति पूरी कर ली है ।|Vanisource:690613 - Lecture SB 01.05.13 - New Vrindaban, USA|690613 - प्रवचन श्री.भा. १.५.१३ - न्यु वृन्दावन, अमरीका}}

Latest revision as of 15:26, 9 August 2021

Nectar Drops from Srila Prabhupada
श्रीमद-भागवतम के प्रत्येक शब्द, स्पष्टीकरण की मात्रा से भरपूर हैं प्रत्येक शब्द । यह श्रीमद-भागवतम है, विद्या-भागवतावधि । एक व्यक्ति के ज्ञान को तब समझा जाएगा जब वह श्रीमद-भागवतम को समझने में सक्षम होगा । विद्या, विद्या का अर्थ सीखना है, इस भागवतम् के विज्ञान को समझना, वह भौतिक जगत का विज्ञान नहीं । जब कोई वास्तविक परिप्रेक्ष्य में श्रीमद-भागवतम को समझ सकता है, तो यह समझा जाना चाहिए कि उसने अपनी सभी शैक्षणिक प्रगति पूरी कर ली है ।
690613 - प्रवचन श्री.भा. १.५.१३ - न्यु वृन्दावन, अमरीका