HI/690622b प्रवचन - श्रील प्रभुपाद न्यू वृन्दावन में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं: Difference between revisions
(Created page with "Category:HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी Category:HI/अमृत वाणी - १९६९ Category:HI/अम...") |
(No difference)
|
Revision as of 13:18, 1 February 2021
HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी |
"तो हमारा कृष्ण भावनामृत आंदोलन बहुत ही अच्छा है। हम मखन मथते है और हमारे उत्सव होते है और हम बहुत अच्छे से जीते है और नाचते है, हरे कृष्णा, ये बहुत अच्छा जीवन है। तो आप बस सहयोग कीजिए और सुधरने का प्रयास कीजिए। ये सुधरेगा अगर आप ईमानदार है, कृष्ण सब सहायता भेजेंगे। और एक दिन ये सच मे वृंदावन की प्रतिकृती होगा।" |
690622 - प्रवचन - न्यू वृंदावन, यू एस ऐ |