HI/690910 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद हैम्बर्ग में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं: Difference between revisions

 
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{{Audiobox_NDrops|HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी|<mp3player>https://s3.amazonaws.com/vanipedia/Nectar+Drops/690910PU-HAMBURG_ND_01.mp3</mp3player>|तो नरोत्तम दास ठाकुर की व्याख्या कहती है कि इस युग मे, यदपी लोग मदिरा पान, व्यभिचारी, मांस भक्षी और सब ..... जुआरी, सब तरह के पापी अभिनेता है, फिर भी अगर वो इस कृष्ण भावनामृत आंदोलन मे आते है और हरे कृष्णा जपते है ।उनका उद्धार हो जायेगा, निश्चित ही । ये भगवान चैतन्य का आशीर्वाद है ।”|Vanisource:690910 - Bhajan and Purport to Hari Hari Biphale - Hamburg|690910 - हरी हरी बिफले की भजन और व्याख्या - हैम्बर्ग}}
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Revision as of 12:04, 1 February 2021

HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी
"तो नरोत्तम दास ठाकुर की व्याख्या कहती है कि इस युग मे, यद्यपि लोग मद्यप, व्यभिचारी, मांस भक्षी और सब ..... जुआरी, सब तरह के पापी अभिनेता हैं, फिर भी यदि वे इस कृष्ण भावनामृत आंदोलन को ग्रहण करते हैं और हरे कृष्ण जपते हैं, वे मुक्त हो जायेंगे, निश्चय ही। ये भगवान चैतन्य का आशीर्वाद है।"
690910 - हरी हरी बिफले की भजन और व्याख्या - हैम्बर्ग