HI/700117 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद लॉस एंजेलेस में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं: Difference between revisions

(No difference)

Revision as of 23:35, 21 June 2020

HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी
"वैदिक सभ्यता का मतलब है कि लोग इस प्रकार प्रशिक्षित किये जाते थे कि अंततः वे आध्यात्मिक धरातल पर आ जाते और वे इस संसार में अपनी यथार्थ स्थिति समझ लेते, भगवान से उनके सम्बन्ध को, और वे तदनुकूल आचरण करते, ताकि उन्हें इस मानव रूपी जीवन का सर्वोत्तम उपयोग करने का अवसर मिलता। इसका मतलब ८,४००,००० योनियों में भ्रमण का अंत करना और स्वयं को इस जाल से बहार निकलना।"
700117 - प्रवचन SB 06.01.21 - लॉस एंजेलेस