HI/710729c प्रवचन - श्रील प्रभुपाद Gainesville में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं: Difference between revisions
(Created page with "Category:HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी Category:HI/अमृत वाणी - १९७१ Category:HI/अ...") |
(No difference)
|
Revision as of 03:35, 20 January 2022
HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी |
"तो कृष्ण ने भगवद गीता में जो सिखाया, हम वही बात बिना किसी भिन्न, निर्मित विचारों के सिखा रहे हैं। यह हमारा कृष्ण भावनामृत आंदोलन है। और यह सभी के लिए खुला है। प्रक्रिया बहुत सरल है। यहां पर हमारा केंद्र है। यदि आप इस आंदोलन का लाभ उठाना चाहते हैं, तो आपका स्वागत है। हम सुखी रहेंगे।" |
710729 - प्रवचन भ. गी. ०७.०१ फ्लोरिडा विश्वविद्यालय में - गैंसविल्ले |