HI/720701 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद सैंन डीयेगो में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं: Difference between revisions

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Revision as of 02:22, 10 August 2020

HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी
"कृष्ण सबके लिए हैं। मत सोचो कि कृष्ण, जैसा तुम्हारे अंग्रेजी शब्दकोष में बताया है,'कृष्ण एक हिन्दू भगवान हैं'। वे हिन्दू नहीं हैं, वे मुस्लिम नहीं हैं या वे ईसाई नहीं हैं। वे भगवान हैं। भगवान न तो हिन्दू, न मुस्लिम, न ईसाई हैं। यह दैहिक संज्ञा हैं, 'मैं हिन्दू हूँ, तुम ईसाई हो'। यह दैहिक है... पोशाक के समान। तुम्हारे पास कोई काला कोट है, अन्य किसी के पास कोई सफ़ेद कोट है। इसका अर्थ यह नहीं हम भिन्न हैं क्योंकि हम भिन्न कोट या कमीज़ में हैं। मनुष्य होने के नाते हम सभी भगवान की संतान हैं। हम एक हैं। यही (सही) समझ है। तो वर्तमान समय मैं, हमने संसार को इस कोट और कमीज़ के आधार पर विभाजित कर दिया है। यह नहीं है। यह अच्छा नहीं है। वास्तव में, समस्त संसार, या समस्त ब्रह्माण्ड भगवान का है। यह कृष्ण भावना है।"
720701 - प्रवचन Hare Krishna Festival - सैंन डीयेगो