HI/731203b प्रवचन - श्रील प्रभुपाद लॉस एंजेलेस में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं: Difference between revisions

 
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|Vanisource:731203 - Lecture SB 01.15.24 - Los Angeles|731203 - प्रवचन श्री.भा. ०१.१५.२४ - लॉस एंजेलेस}}
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Latest revision as of 23:27, 24 August 2020

HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी
"निषेधाज्ञा है, "तू हत्या नहीं करेगा," लेकिन वह मारेगा और मारेगा और मारेगा और मारेगा और मारेगा, और फिर भी, वह संतुष्ट होना चाहता है, बस देखें। बाइबल कहती है, "तू हत्या नहीं करेगा," और वे बस मारने के व्यापार में लगे हुए हैं, और अभी भी वे खुश रहना चाहते हैं। बस मज़े को देखें। इसलिए कृष्ण कहते हैं, "हाँ, आप कभी-कभी विश्व युद्ध के द्वारा मारे जाते हैं। तुम्हें मार दिया जाना चाहिए। आपने यह स्थिति पैदा कर दी है। तुम्हें मार दिया जाना चाहिए। आप अमेरिकी या अंग्रेज या जर्मन या यह या वह हो सकते हैं। आपको अपनी राष्ट्रीयता पर बहुत गर्व हो सकता है। लेकिन आपको मार दिया जाना चाहिए।" यह स्थिति है। ईश्वरस्य विचेष्टितम् (श्री.भा. ०१.१५.२४) "आपने इतने जानवरों को मार दिया है, अब थोक हत्या, एक बम, एक परमाणु बम, मारे जाना।"
731203 - प्रवचन श्री.भा. ०१.१५.२४ - लॉस एंजेलेस