HI/750907 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद वृंदावन में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं

(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी
"तो कलियुग के अंत में लोग इतने पापी होंगे कि... इसकी शुरुवात हो चुकी है। कली युग के केवल पांच हजार वर्ष बीत चुके हैं, और पापी व्यक्तियों की संख्या पहले से ही अधिक है - तीन-चौथाई पापी व्यक्ति, एक- चौथे पवित्र व्यक्ति - और यह बढ़ेगा, और धीरे-धीरे यह शून्य हो जाएगा। हर कोई उस समय पापी होगा, कलियुग का अंत होगा। इसमें चार लाख और २७००० वर्ष लगेंगे।"
७५०९०७ - प्रवचन SB 06.02.03 - वृंदावन