HI/751216b सुबह की सैर - श्रील प्रभुपाद बॉम्बे में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं

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HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी
"हम केवल कृष्ण के कथन को दोहराते हैं। (हँसी) वह हमारा . . . हम निर्माण नहीं करते हैं। हमारा उद्देश्य कृष्ण का मानक है-यारे देखा तारे कह कृष्ण उपदेश। यह चैतन्य महाप्रभु का उद्देश्य है। निर्माण मत करो, दुष्ट। बस कृष्ण ने क्या कहा है वह दोहराओ। और यह सरल है। और जैसे ही आप निर्माण करने का प्रयास करते हैं, यह कठिन हो जाता है। कैसे चैतन्य महाप्रभु ने चीजों को इतना आसान बना दिया है।
अमरा अज्ञेय गुरु हया तारे एइ देश
यारे देखा, तारे कह 'कृष्ण'-उपदेश
(चै. च. मध्य ७.१२८)

बस इतना ही। यह कितना सरल है। यदि हममें से हर कोई, चैतन्य महाप्रभु की इस धर्म-प्रचारक गतिविधियों को अपना ले, तो हम देखेंगे कि तुरंत देश का चेहरा बदल जाएगा।"

751216 - सुबह की सैर - बॉम्बे