HI/560000 - बैक टू गॉडहेड पत्रिका के मित्र (ग्राहक) को लिखित पत्र, मथुरा
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अज्ञात तिथि
(मथुरा यू.पी.)
डाक मोहर के रूप में दिनांकित
त्रिदंडी गोस्वामी निवास:
ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी १/८५९ केशी घाट
संपादक: बैक टू गॉडहेड पी.ओ. वृन्दावन
मेरे प्रिय दोस्त,
कृपया मेरी हार्दिक अभिवादन स्वीकार करें। मैं आपको सूचित करना चाहता हूं कि वर्तमान और नवीनतम सहित “बैक टू गॉडहेड" पत्रों की कुछ प्रतियां आपके पते पर भेजी जा रही हैं, और मैं आपसे अनुरोध करूंगा कि आप उन पर ध्यान दें।
यह लेख्य इंसान को फिर से पशु बनने से बचाने के लिए समर्पित है। संसार की अशांति ईश्वर द्वारा नहीं बनाई गई हैं, लेकिन यह कामुक मनुष्य के कुटिल मन से होती हैं। आप केवल भौतिक गतिविधियों द्वारा शांति और समृद्धि नहीं ला सकते। आपको वास्तविक जीवन की आदर्श स्थिति को प्राप्त करना होगा। जीवन की वास्तविकता अस्थायी शरीर और चंचल मन पर निर्भर नहीं करती है, वह इस तरह की सभी भौतिक धारणाओं से पारलौकिक है।
इसलिए, आपको परिपूर्ण जीवन का संदेश विनम्रतापूर्वक कर्णगोचर रूप से प्राप्त करना होगा और अपनी आध्यात्मिक पहचान में स्थिर रहना होगा। ऐसा करने से आप इस और अगले जन्म, दोनों में खुश रहेंगे। कृपया गुमराह मन से उत्तेजित न हों और यह निष्कर्ष न निकलें कि वर्तमान जीवन सर्वज्ञ है। आप शाश्वत हैं, और मानव जीवन का वर्तमान स्वरूप आपके शाश्वत जीवन को साकार करने का एक मौका है। केवल गलत दिमाग और अनियंत्रित इंद्रियों की सेवा करके अपना जीवन खराब न करें। कृपया अपने स्वयं के द्वारा स्वयं के दुश्मन न बनें।
“बैक टू गॉडहेड" आपकी आध्यात्मिक पहचान को जगाने के लिए एक अधिपत्रित साहित्य है। यह आवश्यक और अधिकृत है। यदि आपको कोई संदेह है, तो कृपया मुझसे पूछताछ करें, और मैं इसे स्पष्ट कर दूंगा।
इसलिए, इस बहुमूल्य पत्रिका को पाक्षिक रूप से प्रकाशित करने के लिए एक नियमित ग्राहक बनें। भारतीय डाक सहित एक वर्ष की सदस्यता नाममात्र रु २/४/- है।
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प्रभु की सेवा में आपका,
एसडी/-ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी
संलग्नक:
(१) “बैक टू गॉडहेड" पत्रिका।
(२) नामांकन फार्म।
(३) पाठकों की प्रशंसा।
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